आतंकवाद और आतंकवादियों को कभी भारत के खिलाफ बढ़ावा देने वाला पाकिस्तान अब खुद उससे परेशान है. पाकिस्तान पिछले 3-4 साल में कई आतंकवादी हमले हुए हैं और सैकड़ों बेगुनाहों को अपनी जान गंवानी पड़ी है. पाक के लिए सबसे बड़ा खतरा तहरीक-ए-तालिबान बन चुका है. यह आतंकी सगंठन समय-समय पर पाकिस्तानी सेना और आम लोगों को निशाना बनाता रहता है. अब इसने एक वीडियो जारी करते हुए पाकिस्तानी सेना को खुली चुनौती दी है. इस वीडियो में आतंकियों ने जमीन से लेकर पानी तक में जंग लड़ने की अपनी तैयारी को दिखाया है. इसमें आतंकी नौसेनिक युद्ध का प्रशिक्षण लेते दिख रहे हैं. इनके पास अमेरिका के कई अत्याधुनिक हथियार भी हैं.



टीटीपी के नए वीडियो ने बढ़ाई चिंता

टीटीपी के इस वीडियो में उसके आतंकी अमेरिकी हथियारों के अलावा हैवी मशीनगन, रॉकेट लॉन्चेर और अन्यक घातक राइफल के साथ दिख रहे हैं. इनके पास बड़ी मात्रा में पाकिस्ता्न हथियार भी मौजूद हैं. एक्सपर्ट बताते हैं कि अफगानिस्ताकन में तालिबान के सत्ताह में आने के बाद विभिन्नं देशों में इस तरह के घातक हथियारों की खेप बढ़ गई है. बताया जाता है कि ये आतंकी संगठन सबसे पहले स्वा त घाटी में घुसा था. धीरे-धीरे इसने यहां अपना खौफ जमा लिया.

खैबर पख्तूअनख्वा के सीएम देते हैं हफ्ता

टीटीपी आतंकी संगठन कितना खतरनाक है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पाकिस्ताैन के कबायली इलाके खैबर पख्तूानख्वा  प्रांत के सीएम इन आतंकियों को हफ्ता देते हैं. इस संबंध में हाल ही में खुलासा हुआ था. एक्सपर्ट बताते हैं कि यह संगठन अब तक 83 हजार से ज्यादा लोगों को मौत के घाट उतार चुका है. ये संगठन पाकिस्तान को जिहादी देश बनाने की फिराक में है और इसकी नजर परमाणु बम पर है.

टीटीपी ने पाकिस्ता न के सामने रखी तीन शर्तें

हाल ही में लगातार होते हमलों से परेशान पाक सरकार ने टीटीपी से बातचीत की शुरुआत की थी. पाकिस्तातन के साथ बातचीत में इस आतंकी संगठन ने अपनी तीन मांगें रखी हैं. इनकी मांग ये है कि उन्हें हथियार रखने, सेना को बनाए रखने और जिन क्षेत्रों पर उसका नियंत्रण है, वहां व्याापक स्‍वायत्तसता दी जाए. इस बीच पाकिस्तांन की सेना ने संसदीय समिति के सामने स्पष्ट किया है कि वह इन तीनों ही मांगों को नहीं मानेगी. वहीं चर्चा ये भी है कि अपने कबायली इलाके पश्तून को पाकिस्तान सरकार इस आतंकी संगठन को सौंपना चाहती है.