देश में कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुआ है। केस एक बार फिर बढ़ने लगे हैं और इस बीच, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, तमिलनाडु, तेलंगाना समेत विभिन्न राज्यों में 15 जून से स्कूल खुल रहे हैं। दो साल बाद यह पहला मौका है जब स्कूल पूरी तरह से ऑफलाइन कक्षाएं लगा रहे हैं। आशंका बनी हुई है कि यदि कोरोना की चौथी लहर आई, तो बच्चों पर क्या असर पडे़गा? महाराष्ट्र और केरल में बढ़ते मामलों के बीच आशंका जताई जा रही है कि जुलाई में कोरोना केस एक बार फिर चरम पर पहुंच जाएंगे।
मध्य प्रदेश में आज से खुले स्कूल (Madhya Pradesh School reopen News): मध्य प्रदेश में यूं तो स्कूल 13 जून से खुल गए थे, लेकिन कक्षाएं 15 जून से लगी हैं। इंदौर जैसे शहरों में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच चिंता बनी हुई है। बड़ी विडंबना यह भी है कि सरकार ने स्कूल खोलने के आदेश जारी कर दिए हैं, लेकिन सरकारी स्कूलों में टीचर्स को चुनाव में लगा दिया गया है। कुछ निजी स्कूलों के संचालक भी 20 जून के बाद ही बच्चों को बुला रहे हैं।
मुंबई में 20 फीसदी बढ़ा स्कूल बस किराया (Maharashtra School reopen News): बढ़ती महंगाई और सभी वस्तुओं की कीमतों के बीच मुंबई में स्कूल बस ऑपरेटरों ने कहा है कि वे मौजूदा शैक्षणिक वर्ष में छात्रों के परिवहन शुल्क में कम से कम 20 प्रतिशत की वृद्धि करेंगे। बस संचाकलों का कहना है कि डीजल की महंगाई के कारण उनके लिए कोरोना काल से पहले के किराए में बच्चों को लाना-ले जाना संभव नहीं है। मुंबई, पुणे समेत समूचे महाराष्ट्र में 15 जून से स्कूल फिर खुल गए हैं।
Bihar School Summer Vacations: बिहार के स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां खत्म हो गई हैं और 15 जून से पूरे प्रदेश में स्कूल खुल रहे हैं। गर्मी की छुट्टियों के बाद स्कूल पहुंचने वाले छात्रों को कोरोना प्रोटोकॉल का ध्यान रखना होगा। कोरोना प्रोटोकाल का पालन स्कूलों के लिए बड़ी चुनौती हो सकता है। सैनेटाइजेशन के साथ ही बच्चों के बीच दूरी बनाए रखना जरूरी है।
इनके अलावा केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना में स्कूल खुल रहे हैं। सरकार का कहना है कि कोरोना गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है।