राज्यसभा चुनाव में भले ही प्रदेश की गहलोत सरकार के सभी विधायकों ने एकजुटता का परिचय दे दिया हो , लेकिन अभी भी विधायक और मंत्रियों आपसी विवाद बरकरार है। यही वजह है कि मंत्रियों की नाराजगी एक बार फिर गहलोत कैबिनेट में सामने आई , जिसमें यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल और पीडब्ल्यूडी मंत्री भजन लाल जाटव, शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला से भिड़ गए। तीनों मंत्रियों के बीच में इस कदर कहासुनी हुई कि मामले को शांत कराने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को दखल देना पड़ा।
दरअसल, कैबिनेट की बैठक में पीडब्ल्यूडी मंत्री भजन लाल जाटव ने शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि उनके क्षेत्र में शिक्षा विभाग ने महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम के स्कूल खोले हैं लेकिन स्कूल खोले जाने की जानकारी उन्हें ही नहीं दी गई। मैं क्षेत्र का विधायक हूं। मुझे यह पता होना चाहिए कि कहां पर स्कूल खोले जा रहे हैं, कहां पर ज्यादा आवश्यकता है इसको लेकर मुझ से ज्यादा बेहतर कौन बता सकता है। इस दौरान बीडी कल्ला ने कहा कि विभाग अपने स्तर पर स्कूल खोलने का निर्णय करता है।
संघ पृष्ठभूमि के अधिकारियों को शिक्षा विभाग से हटाए
इधर, यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने भी शिक्षा विभाग की कार्यशैली को लेकर मंत्री पर सवाल खड़े किए। यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि शिक्षा विभाग में संघ पृष्ठभूमि के अधिकारी कर्मचारी लंबे समय से जमे हुए हैं, उन्हें वहां से हटाया जाए।
मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दखल देकर मंत्रियों को शांत कराया। मंत्रियों को शांत कराते हुए गहलोत ने कहा कि सरकार की योजनाओं में सरकार की योजनाओं में अड़ंगा लगाने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की सूची तैयार करके उन्हें सौंपी जाए। ऐसे अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। गौरतलब है कि गहलोत कैबिनेट की बैठक में मंत्रियों के आपस में भिड़ने का मामला पहली बार नहीं हुआ है इससे पहले भी कई बार मंत्री बैठक में आपस में उलझ चुके हैं।