देश के कई राज्यों में बिजली संकट है। एमपी के ग्रामीण इलाकों में भी बिजली कटौती हो रही है। बिजली कटौती के कारण उज्जैन जिले के एक गांव में दुल्हनें बदल  गई हैं। इसका खुलासा शादी के बाद दुल्हनें  जब ससुराल पहुंची तब हुईं। इस दौरान दोनों परिवारों में खूब विवाद भी हुआ। इसके बाद दोनों परिवारों में सहमति बनी और दोनों के सात फेरे फिर से हुए हैं।


यह पूरा मामला उज्जैन जिले के असलाना गांव का है। गांव की तीन बहनों की शादी एक साथ थी। यहीं पर बत्ती गुल होने के बाद दुल्हनें बदल गईं। स्थानीय अखबारों की रिपोर्ट के अनुसार यह शादी भिल समाज के एक परिवार में थी। बिजली के सहारे ही लाइट की व्यवस्था थी। बत्ती गुल होते ही वहां अंधेरा छा गया। अंधेरा और दुल्हनों की एक जैसी ड्रेस होने से परिजन ठीक से नहीं देख पाए और उनकी अदला-बदली हो गई। 

शादी की सारी रस्में पूरी हो गईं लेकिन किसी को अंदाजा नहीं हुआ कि दुल्हनें बदल गई हैं। दुल्हनें बारात के साथ जब दंगवाड़ा स्थित ससुराल पहुंची तो पता चला कि उनकी शादी दूसरे से हो गई है. इस बारे में दुल्हन के परिवार वालों को सूचित कर दिया गया है. इसके बाद दोनों परिवारों के बीच विवाद शुरू हो गया।

एक पक्ष का मानना ​​है कि ऐसा जानबूझकर किया गया। बाद में दोनों परिवारों में समझौता हो जाता है और वे दोबारा शादी कर लेते हैं। उसके बाद बेटियां असली पति के पास चली गई हैं। जानकारी के अनुसार इंगोरिया थाना क्षेत्र स्थित दंगवाड़ा गांव से दो युवकों की बारात उज्जैन के पास असलाना गई थी। वहां तीन बहनों की शादी थी। सभी की बारात उसी दिन आई थी। शादी के बाद दो दुल्हनें दंगवाड़ा आई थीं, इन्हीं की अदलाबदला हो गई थी।

लोगों ने बताया अंधेरा होने की वजह से गणेश की शादी निकिता से हो गई, जिसकी रामेश्वर के पुत्र को भोला से होनी थी। रविवार को विवाद के बाद परिवारों में समझौता हो गया। इसके बाद पंडित बुलाकर पूजा पाठ के साथ फिर से फेरे की रस्में करवाई।