इस साल का पहला प्री मानसूनी चक्रवात बंगाल की खाड़ी में सक्रिय हो चुका है। श्रीलंका के वैज्ञानिकों ने इस तूफान को असानी नाम दिया है। यह चक्रवात सीधे तौर पर तो बिहार को प्रभावित नहीं करेगा लेकिन 11 और 12 मई को सूबे के पूर्वी और दक्षिणी भाग में आंधी-पानी का पूर्वानुमान है। मौसम विज्ञान केंद्र ने पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, सुपौल, अररिया, पूर्णिया, किशनगंज और कटिहार जिले में 11 और 12 को गरज-तड़क के साथ आकाशीय बिजली का येलो अलर्ट जारी किया है।



उत्तर बिहार के 10 जिलों में भी स्थानीय प्रभावों से आंधी पानी और बारिश की स्थिति बन सकती है। दक्षिण बिहार में भी इन दो दिनों में छिटपुट जगहों पर बारिश हो सकती है। राज्य के पूर्वी और दक्षिणी भाग में आंशिक बादल छाये रहेंगे। पटना और गया में भी धूल भरी आंधी और आंशिक बारिश का पूर्वानुमान है। हवा की रफ्तार 20 से 30 किमी प्रतिघंटे रहेगी। राज्य भर में अगले एक हफ्ते तक पुरवा का प्रभाव रहने से पारा सामान्य के आसपास रहेगा।

सूबे में चक्रवातीय तूफान के असर से गिरेगा पारा

बंगाल की खाड़ी में आया तूफान असानी रविवार को चक्रवात में बदल चुका है। हालांकि मौसमविदों के अनुसार बिहार के मौसम पर इसका आंशिक असर ही दिखेगा। लेकिन पुरवा के प्रभाव से सूबे को गर्मी से निजात मिलेगी। चक्रवातीय प्रभावों से राज्य में एक हफ्ते तक तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी। रविवार को अररिया, दरभंगा, पूर्णिया व बक्सर के तापमान में आंशिक बढ़ोतरी देखी गई। 

दरभंगा में 1.2 डिग्री पारा ऊपर चढ़ा। पूर्णिया में एक डिग्री जबकि अररिया में 2.4 डिग्री की बढ़ोतरी देखी गई। पटना का मौसम सामान्य बना रहा। राज्य में सबसे गर्म बक्सर रहा जहां अधिकतम तापमान 38.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बेगूसराय, रोहतास, औरंगाबाद, नवादा, बेगूसराय और भागलपुर में तापमान में आंशिक गिरावट आई है। यहां नौ और दस को तापमान में उतार-चढ़ाव देखा जाएगा।

इन जिलों में आंशिक बारिश के आसार

मौसम विभाग के अनुसार नौ से लेकर 12 मई तक राज्य के दस जिलों में आंधी पानी की स्थिति बन सकती है। इनमें पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, सुपौल, अररिया, पूर्णिया, किशनगंज और कटिहार शामिल है।