ऑल इंडिया बैकवर्ड एंड माइनॉरिटी कम्युनिटीज एम्पलॉइज फेडरेशन (बामसेफ) की तरफ से 25 मई यानी बुधवार को भारत बंद का ऐलान किया गया है. केंद्र सरकार की तरफ से अन्य पिछड़ी जातियों की जाति आधारित जनगणना कराने से इनकार करने पर भारत बंद बुलाया गया है. भारत बंद को बहुजन मुक्ति पार्टी का भी समर्थन मिला है.


भारत बंद सफल बनाने की अपील
बहुजन मुक्ति पार्टी के सहारनपुर जिला अध्यक्ष नीरज धीमान ने बताया कि भारत बंद का आह्वान किया गया है. उन्होंने लोगों से इसे सफल बनाने की अपील की है. उन्होंने चुनाव में ईवीएम और प्राइवेट सेक्टर में एससी/एसटी/ओबीसी आरक्षण लागू करने की भी मांग उठाई है. इसके अलावा भी अन्य मांगें हैं. 

सोशल मीडिया पर चल रहा अभियान
भारत बंद को लेकर सोशल मीडिया पर अभियान चलाया जा रहा है. इसे सफल बनाने की लोगों से अपील की जा रही है. लोगों को बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार ने जाति के आधार पर ओबीसी जनगणना कराने से इनकार किया है. 

ये हैं अन्य मांगें
इसके अलावा पुरानी पेंशन दोबारा शुरू करने, किसानों को एमएसपी की गारंटी देने, लोगों को टीका लगवाने के लिए मजबूर न करने, एनआरसी/सीएए/एनपीआर की कवायद रोकने, पर्यावरण संरक्षण की आड़ में आदिवासियों का विस्थापित न करने, ओडिशा और मध्य प्रदेश पंचायत चुनाव में ओबीसी आरक्षण में पृथक निर्वाचक मंडल के लिए मांग की जा रही है.

सार्वजनिक परिवहन पर पड़ सकता है असर
भारत बंद के असर की बात करें तो इससे सार्वजनिक परिवहन और बाजार खुलने पर असर पड़ सकता है. इससे लोगों को परेशानी हो सकती है. हालांकि, भारत बंद को लेकर इतना तय है कि इसका देशव्यापी असर नहीं पड़ने वाला है, लेकिन उत्तर प्रदेश और बिहार के कुछ इलाकों में इसका कुछ प्रभाव देखने को मिल सकता है.