11 मार्च, 2022 को पाकिस्तानी सेना ने दावा किया कि भारतीय क्षेत्र से एक सुपरसोनिक अज्ञात फ्लाइंग ऑब्जेक्ट पाकिस्तान में गिरा है। पाकिस्तानी सेना की एजेंसी DGISPR के मुताबिक यह सुपरसोनिक अज्ञात फ्लाइंग ऑब्जेक्ट 9 मार्च, 2022 को पाकिस्तान के मियां चन्नू इलाके में गिरा था।



मुख्य बिंदु

पाकिस्तानी सेना के मुताबिक यह सुपरसोनिक अज्ञात फ्लाइंग ऑब्जेक्ट भारत में हरियाणा के सिरसा से लांच किया गया था, और यह पाकिस्तान की सीमा के भीतर 124 किलोमीटर अन्दर आकर गिरा। गौरतलब है कि पाकिस्तान सेना का दावा है कि उसने इस पूरे घटनाक्रम को मॉनिटर किया, परन्तु इसे एयर डिफेन्स सिस्टम द्वारा इंटरसेप्ट नहीं किया गया। कहा जा रहा है कि इसमें कोई विस्फोटक/वॉरहेड नहीं था।

पाकिस्तान के रक्षा विशेषज्ञों द्वारा दावा किया जा रहा है कि यह सुपरसोनिक अज्ञात फ्लाइंग ऑब्जेक्ट संभवतः भारत की ब्रह्मोस मिसाइल थी।

पाकिस्तान द्वारा इस घटना पर भारत से जवाब माँगा गया है। भारत ने फिलहाल इस घटना पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

ब्रह्मोस (Brahmos)

यह एक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है। यह नाम ब्रह्मपुत्र और मोस्कवा नदियों को जोड़ कर रखा गया है। ब्रह्मोस इंजन का पहला चरण ठोस रॉकेट बूस्टर द्वारा, दूसरे चरण में तरल रैमजेट द्वारा प्रज्वलित किया जाता है। पहले चरण में इस्तेमाल होने वाला प्रणोदक (propellant) ठोस ईंधन है और दूसरे चरण में प्रयुक्त होने वाला तरल ईंधन है। यह मैक 2.0 से 2.8 की अधिकतम गति प्राप्त कर सकता है।

ब्रह्मोस पर भारत – रूस

दोनों देशों ने 2000 ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइलों के निर्माण और उन्हें अपने मित्र देशों को निर्यात करने पर सहमति व्यक्त की है। भारत ने आठ युद्धपोतों में इस मिसाइल को शामिल किया है। वे राजपूत वर्ग के डिस्ट्रॉयर, तलवार वर्ग के युद्धपोत, शिवालिक वर्ग, कोलकाता वर्ग, विशाखापत्तनम वर्ग और नीलगरी वर्ग हैं।

ब्रह्मोस का निर्यात

ब्रह्मोस का निर्यात मिस्र, दक्षिण अफ्रीका, वियतनाम, ओमान, चिली और ब्रुनेई को किया जाता है।