होली पर गुझिया की मिठास हो या अन्य पकवानों का स्वाद। खाद्य सामग्री पर दिनोंदिन बढ़ रही महंगाई इन्हें फीका करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही। पिछले साल की तुलना में इस बार रिफाइंड, मैदा, आलू और मावा (खोआ) के दामों में इजाफा हो गया है। ऐसे में लोगों को इस बार भी पर्व पर पकवान खाने में ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ेंगे। डालडा और रिफाइंड कुछ ज्यादा ही महंगा है।



इस बार 17 मार्च को होली का पर्व है। होली पर घरो में गुझिया, पापड़, चिप्स, बेसन के सेव, खुरमी, मठरी, दही बड़े आदि बनते हैं। बड़े और बच्चे ऐसे खाद्य पदार्थाें को खूब चाव से हफ्तों तक खाते हैं। कई लोग तो गुझिया दुकानों से भी खरीदकर लाते हैं। इस बार भी होली के त्योहार पर महंगाई का तड़का लगा है।

लेनगंज के कारोबारी भगवान दयाल भन्नू ने बताया कि पापड़, मठरी में उपयोग होने वाली काली मिर्च, लाल मिर्च और लौंग के दाम पिछले 15 दिनों में बढ़ गए हैं। इसके अलावा मसालों में उपयोग होने वाला जायफल भी महंगा हो गया है। मैदा और रिफाइंड के दाम भी बढ़ गए हैं। गेहूं पर भाव बढ़ने से मैदा और तेज हो गई तो रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से रिफाइंड 35 रुपये लीटर ज्यादा मंहगा हो गया।

व्यापारी देवराम गुप्ता ने बताया कि मावा के दामों में अभी से तेजी है। ऐसे में होली के पर्व पर मावा 250 रुपये किलो से अधिक तक पहुंच सकता है। इसके अलावा दूध और शक्कर के मूल्य में भी उछाल आया है। वस्तु, भाव बीते साल, अब

मावा, 200-220, 220-240

दूध, 40-42, 45-50

शक्कर, 30-35, 37-40

रिफाइंड, 140, 175

मैदा, 25, 30

बेसन, 70, 80

(मूल्य प्रति किलो और लीटर)

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इनके भी बढ़ गए दाम

वस्तु, पहले, अब

लौंग 700, 900

काली मिर्च, 500, 700

जायफल, 800, 800

बड़ी इलायची, 800, 1200

लाल मिर्च पिसी, 180, 220

(मूल्य प्रति किलो)