मध्य प्रदेश की ग्वालियर पुलिस ने सीता थापा मर्डर केस के आरोपी को पकड़ लिया है. सीता का मर्डर उसके लिव-इन पार्टनर शेरू थापा ने ही किया. उसने दस दिन पहले हत्या की और फरार हो गया. शेरू ने हत्या करना कबूल कर लिया है. उसने पुलिस से कहा कि उसकी लिव-इन पार्टनर उस पर अहसान जताती और बेइज्जत करती थी. इसलिए उसकी हत्या कर दी. घटना 27 फरवरी को पीएचई कॉलोनी के फ्लैट नंबर-10 में हुई थी.


आरोपी ने पुलिस को बताया कि दो साल पहले कोरोना में उसकी नौकरी चली गई. जैसे वह बेरोजगार हुआ तो सीता ने अपने तेवर बदल लिए थे. सीता उसे बार-बार अहसास कराती कि वह उस पर अहसान कर रही है और पाल रही है. शेरू ने पुलिस को बताया कि जब वह शराब पीकर घर आता तब भी सीता उसे बेइज्जत करती. हत्या के दिन भी सीता ने ऐसा ही किया. आरोपी के मुताबिक, वह आपा खो बैठा और गर्लफ्रेंड का गला काट दिया.

पुलिस को मिली महिला की न्यूड लाश

पुलिस ने बताया कि 27 फवरी को हजीरा थाने में सूचना मिली की पीएचई कॉलोनी स्थित राजीव गांधी आवास के फ्लैट नंबर-10 से बदबू आ रही है. सूचना मिलते ही पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और देखा कि दरवाजा खुला हुआ है. पुलिस अंदर गई तो महिला की लाश पड़ी हुई थी. मृतिका की पहचान सीता थापा के रूप में हुई. लाश न्यूड थी. महिला के गले पर चाकू के वार के निशान थे. उसकी हत्या गला रेतकर की गई थी. पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए पड़ोसियों से बात की.

सालों से रह रहे थे साथ

पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि पिछले दो दिन से उन्होंने सीता को नहीं देखा था. पुलिस को पता चला कि सीता का लिव-इन पार्टनर शैफ शेरू थापा गायब है. दोनों कई सालों से एक साथ रह रहे थे. घटना के बाद से शेरू फरार था. शेरू शराब पीने का आदी था. शुरुआत में ही पुलिस के शक की सुई उसकी ओर घूम गई. इस बीच पुलिस को पता चला कि हत्या का आरोपी बस स्टैंड पर देखा गया है. सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची और उसे पकड़ लिया. पुलिस को अभी उससे चाकू भी बरामद करना है.