यात्रियों को जल्द ही होली का तोहफा मिलने वाला है। दरअसल, इंदौर रेलवे स्टेशन (Indore Railway Station) से जल्द ही कोरोना काल में बंद ट्रेनें चलने लगेंगी, जिसमें गांधीधाम एक्सप्रेस (Gandhi Dham Express) के साथ ही इंदौर-भोपाल पैसेंजर ट्रेन भी शामिल है। इन 8 ट्रेनों के चलने से यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। कोरोना की रफ्तार जैसे-जैसे कम होती जा रही है, वैसे-वैसे ट्रेनें भी पटरी पर वापसी कर रही हैं। साथ ही यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए रेलवे सुविधाएं भी बढ़ा रहा है। कोरोना संक्रमण काल के दौरान बंद हुईं ट्रेनें लगभग शुरू हो चुकी हैं, लेकिन बाकी बची हुईं ट्रेनें भी जल्द पटरी पर लौटेंगी। डीआरएम ने रेलवे बोर्ड ( Railway Board) को पत्र लिखकर बची हुईं ट्रेनें चलाने की मांग की है।

राहत भरी खबर:  यात्रियों को मिलेगा होली का बड़ा तोहफा, जल्द ये ट्रेनें दौड़ेंगी पटरी पर
राहत भरी खबर: यात्रियों को मिलेगा होली का बड़ा तोहफा, जल्द ये ट्रेनें दौड़ेंगी पटरी पर
वर्तमान में 48 ट्रेनें इंदौर से संचालित हो रही हैं
वर्तमान में 48 ट्रेनें इंदौर (Indore Railway Station) से संचालित हो रही हैं। अब भी 8 ट्रेनें ऐसी हैं, जो रेलवे ने शुरू नहीं की है। इनमे 1 एक्सप्रेस और सात डेमू-पैसेंजर ट्रेनें शामिल हैं। कोरोना की कम होती रफ्तार और यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जल्द ही इन ट्रेनों को भी शुरू किया जाएगा। डीआरएम विनीत गुप्ता ने बताया, सभी ट्रेनें शुरू करने की योजना है। हमने रेलवे बोर्ड ( Railway Board) को ट्रेनों की जानकारी देकर उन्हें शुरू करने की मांग रखी है। उम्मीद है, जल्द ही इस पर विचार होकर शत-प्रतिशत ट्रेनें इंदौर से शुरू हो जाएंगी। बंद ट्रेनें शुरू होने के बाद इंदौर रेलवे स्टेशन से चलने वाली ट्रेनों की संख्या 56 हो जाएगी। महू और रतलाम की डेमू, नागदा ट्रेनें चलने से छात्रों और नौकरीपेशा यात्रियों को खासा लाभ होगा। वहंी, गांधीधाम ट्रेन शुरू होने से शहर के कारोबारियों को राहत मिलेगी।
ये 8 ट्रेनें होनी हैं शुरू
- इंदौर-गांधीधाम एक्सप्रेस
- इंदौर-नागदा पैसेंजर
- इंदौर-भोपाल पैसेंजर
- महू-इंदौर-रतलाम की 5 डेमू ट्रेनें

जल्द मिलेगी हरी झंडी
कोरोना काल मं बंद हुई लगभग सभी ट्रेनें पटरी पर लौट चुकी हैं। 8 ट्रेनें बची हैं, जिन्हें चलाने के लिए रेलवे बोर्ड को पत्र लिखा है। उम्मीद है, जल्द ही इन्हें हरी झंडी मिल जाएगी और ये ट्रेनें पटरी पर दौडऩे लगेंगी।
- विनीत गुप्ता, डीआरएम, पश्चिम रेलवे