मध्यप्रदेश के इंदौर स्थित इंद्रपुरी कालोनी में एक छात्रावास में रहने वाले स्टूडेंट जितेन्द्र वास्कले ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली,  जितेन्द्र ऑनलाइन गेम पबजी व तीनपत्ती खेलने के कारण कर्ज में रहा, जिसके चलते वह परेशान रहा. जितेन्द्र ने आत्महत्या के पहले एक सुसाइड नोट लिखा है, जिसे पुलिस ने बरामद कर जांच शुरु कर दी है.


















पुलिस अधिकारियों के अनुसार मूलत: खरगोन में रहने वाला जितेन्द्र वास्कले इंदौर की इंद्रपुरी कालोनी स्थित छात्रावास में रहकर बीए की पढ़ाई करता रहा, साथ ही वह अपना खर्च चलाने के लिए इंदौर में सिक्यूरिटी गार्ड की नौकरी भी करता रहा. पढ़ाई व नौकरी के बीच जितेन्द्र को ऑनलाइन गेम पबजी व तीनपत्ती की लत गई, दोनों गेम खेलते हुए जितेन्द्र पर कर्ज हो गया, वह कर्ज चुकाने के लिए लगातार गेम खेलता रहा कि जीतकर कर्ज चुका दूंगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ कर्ज बढ़ता ही चला गया, कर्ज के चलते जितेन्द्र डिप्रेशन में आ गया और उसने बीती देर रात छात्रावास के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. आज जितेन्द्र जब अपने रुम से बाहर नहीं आया तो हॉस्टल में रहने वाले अन्य युवक आवाज लगाते हुए पहुंच गए, देखा तो जितेन्द्र फांसी के फंदे पर झूल रहा है. जितेन्द्र द्वारा फांसी लगाए जाने की खबर मिलते ही पुलिस अधिकारी पहुंच गए, जिन्होने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मर्ग कायम कर लिया है.

सुसाइड नोट में लिखा-

कमरे की तलाशी ली गई तो पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें जितेन्द्र ने लिखा था कि सॉरी मां मैं बिगड़ गया हूं, मुझे माफ कर देना, मेरा मन न ही घर आने के लिए करता है न ही कही और जाने का, मुझसे घर की परिस्थितियां देखी नहीं जाती, जाऊं तो कहां जाऊ, न घर है न ही कोई जमीन, जो भी वह भी लोगों ने छीन ली, मैं अपने परिवार व दोस्तों से बहुत प्यार करता हूं, मुझे रुपयों के लालच में जुआं खेलने की लत लग गई मुझे लगा कि मैं ऑनलाइन गेम खेलकर रुपया जीत लूंगा, और मां, पापा के लिए जल्द ही एक नया घर व गुजारा करने के लिए थोड़ी बहुत जमीन ले लूंगा लेकिन मैं रुपए नहीें जीत पाया, मैं अपनी बहनों से भी बहुत प्यार करता हूं.