सरकार की नीतियों से नाराज कर्मचारियों मे भारत बंद का ऐलान कर दिया है. इस हहडताल में यूनियन्स भी शामिल होने वाले हैं. बैंक यूनियन ने इस हड़ताल को करना का ऐलान करते हिए कहा है कि वे सरकारी बैंकों के निजीकरण और बैंकिंग कानून अधिनियम 2021 को लेकर प्रदर्शन करेंगे. बैंक के ग्राहकों को जानकारी दी गई है कि बैंकिंग सेनाए 28 और 29 को बाधित रहेंगी.


सेंट्रल ट्रेड यूनियनों के ज्वाइंट फोरम ने सरकार की नीतियों को कर्मचारियों को खिलाफ बताया है और 2 दिन की हड़ताल का ऐलान किया है. जिसके बाद ऑल इंडिया बैंक इम्लॉयीज असोसिएन ने इस हडताल का समर्थन किया है. आपको बता दें इन कर्मचारी संगठनों ने 22 मार्च को बैठक के बाद सभी राज्यों में तैयारियों का जायजा लेकर दो दिन की हड़ताल का ऐलान किया था.

क्यों कर रहे हैं कर्मचारी हड़ताल
कर्मचारी संगठनों का हड़ताल को लेकर कहना है मौजूदा सरकार की नीतियां कर्मचारी विरोधी, किसान विरोधी, जनता विरोधी और राष्ट्रविरोधी हैं. इसी कारण वह भारत बंद का ऐलान कर रहे हैं. कर्मचारी यूनियन सरकारी बैंकों के निजीकरण को लेकर अपनी मुखालिफत का इजहार करेंगे. आपको बता दें 2021 के बजट में दो सरकारी बैंकों के निजीकरण का ऐलान किया था. बैंकों के अलावा ट्रांसपोर्ट, रोडवेज और बिजली विभाग के इमप्लोइज ने भी भारत बंद के फैसले का समर्थन किया है.