हिंदू धर्म में किसी भी कार्य को शुभ दिन, शुभ तिथि, शुभ मुहूर्त आदि को देखकर किया जाता है. इन सभी चीजों के बारे में पता लगाने के लिए पंचांग (Panchang) की आवश्यकता पड़ती है. जिसके माध्यम से आप आने वाले दिनों के शुभ एवं अशुभ समय के साथ सूर्योदय, सूर्यास्त, चन्द्रोदय, चन्द्रास्त, ग्रह, नक्षत्र आदि के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त कर सकते हें. आइए पंचांग के पांच अंगों – तिथि, नक्षत्र, वार, योग एवं करण के साथ राहुकाल, दिशाशूल
(Dishashool) , भद्रा (Bhadra), पंचक (Panchank), प्रमुख पर्व आदि की महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करते हैं.26 मार्च 2022 का पंचांग
(देश की राजधानी दिल्ली के समय पर आधारित)
विक्रम संवत – 2078, आनंद
शक सम्वत – 1943, प्लव
दिन (Day) | शनिवार |
अयन (Ayana) | उत्तरायण |
ऋतु (Ritu) | वसंत |
मास (Month) | चैत्र |
पक्ष (Paksha) | कृष्ण पक्ष |
तिथि (Tithi) | नवमी रात्रि 08:01 बजे तक तदुपरांत दशमी |
नक्षत्र (Nakshatra) | पूर्वाषाढ़ा दोपहर 02:47 बजे तक तदुपरांत उत्तराषाढ़ा |
योग (Yoga) | परिघ रात्रि 10:59 बजे तक तदुपरांत शिव |
करण (Karana) | तैतिल प्रात:काल 09:02 बजे तक तदुपरांत गर रात्रि 08:01 बजे तक तदुपरांत वणिज |
सूर्योदय (Sunrise) | प्रात: 06: 18 बजे |
सूर्यास्त (Sunset) | सायं 06:36 बजे |
चंद्रमा (Moon) | धनु राशि में रात्रि 08:28 बजे तक तदुपरांत मकर राशि में |
राहु काल (Rahu Kalam) | प्रात:काल 09:23 से 10:55 बजे तक |
यमगण्ड (Yamganada) | दोपहर 01:59 से 03:31 बजे तक |
गुलिक (Gulik) | प्रात:काल 06:18 से 07:51 बजे तक |
अभिजीत मुहूर्त (Abhijit Muhurt) | दोपहर 12:02 से 12:52 बजे तक |
दिशाशूल (Disha Shool) | पूर्व दिशा में |
भद्रा (Bhadra) | — |
पंचक (Pnachak) | — |