
बेटी ने लूट की बात कहकर भटकाया
मौके पर पहुंची पुलिस को सुधा रानी का खून से लथपथ शव बेड पर पड़ा मिला। उनके गले को धारदार हथियार से रेता गया था। कमरे में इस तरह के कोई संकेत नहीं मिल रहे थे, जिससे पुलिस को लगे कि झगड़ा या फिर लूट का विरोध किया गया हो। मृतक महिला के गले में सोने की चेन और उंगली में अंगूठी थी। पुलिस को मौके पर मृतक महिला की बेटी देवयानी मिली। उसने पुलिस को बताया कि रात करीब 9:30 बजे मास्क पहने दो लोग आए थे। उनके हाथों में गन थी। वह घर में घुसे और घर से जूलरी और नकदी लूटकर ले गए। मां को लूटने की कोशिश के दौरान विरोध करने पर लुटेरे गला रेतकर भाग गए।
पुलिस ने बताया कि बेटी के बयान पर शक हुआ। इसके बाद और पूछताछ की गई। वह बार-बार अपने बयान बदलने लगी। मामले में आंबेडकर नगर थाने के इंस्पेक्टर सत्यबीर सिंह, संतोष कुमार रावत, बीएस गुलिया, एसआई अवधेश, बंशीलाल और सिपाही अरविंद और संतवीर की टीम ने हत्या के इस मामले में तफ्तीश के दौरान पाया कि मृतका की बेटी पुलिस को बरगला रही है। पुलिस ने बताया कि देवयानी से सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने सच उगल दिया।
प्रॉपर्टी से बेदखल करने की बात करती थी मां
24 साल की देवयानी ने बताया कि उसी ने तिगड़ी के कार्तिक चौहान के जरिए अपनी मां की हत्या कराई। इसके बाद मौके को लूट का रूप देने के लिए घर की जूलरी उसे दे दी। देवयानी और कार्तिक को गिरफ्तार कर लिया गया। उनके पास से घर से लूटी गई जूलरी और हत्या में इस्तेमाल ब्लेड भी बरामद कर लिया गया।
पुलिस के मुताबिक, देवयानी की ग्रेटर नोएडा के रहने वाले शख्स से शादी हुई थी। चार साल का बेटा भी है। शादी के कुछ समय बाद वह अपने पति को छोड़कर किसी और के साथ रहने लगी थी। उसकी मां कहती थी कि अपने पति के पास वापस लौट जा नहीं तो प्रॉपर्टी से बेदखल कर दूंगी।