मोटापे से जूझ रहे लोगों का अब इंजेक्शन के जरिए वजन कम होगा।ब्रिटेन ऐसे लोगों को हर हफ्ते इंजेक्शन लगाने की तैयारी कर रहा है। इन इंजेक्शनों से लोगों को भूख कम लगेगी और वे खाना भी कम खाएंगे।
यह कैसे काम करता है?
सेमाग्लूटाइड वास्तव में एक प्रकार की दवा है जो भूख कम करके काम करती है। जब इस दवा को इंजेक्ट किया जाता है, तो यह खाना खाने के बाद निकलने वाले हार्मोन की नकल करती है। इस हार्मोन को ग्लूकागन-लाइक पेप्टाइड -1 (जीएलपी -1) 10 कहा जाता है। जब उन्हें इंजेक्शन लगाया जाता है, तो लोगों को भूख कम लगती है और वे कम खाते हैं। इसलिए उनका वजन कम होने लगता है। परीक्षण के दौरान, यह पाया गया कि यदि ये इंजेक्शन स्वस्थ आहार और व्यायाम के साथ दिए गए, तो 68 सप्ताह में औसतन 12% वजन कम हुआ। ब्रिटिश वेबसाइट डेली मेल के मुताबिक, जिन लोगों को टेस्ट के दौरान इंजेक्शन दिया गया, उन्होंने एक साल में औसतन 16 किलो वजन कम किया। वहीं, जिन लोगों को प्लेसबो दिया गया उनका औसतन 3 किलो वजन कम हुआ।
इंजेक्शन साप्ताहिक दिया जाएगा
इस इंजेक्शन के उपयोग को नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर ड्रग रेगुलेशन, नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ एंड केयर एक्सीलेंस (एनआईसीई) द्वारा अनुमोदित किया गया है। यह इंजेक्शन साप्ताहिक दिया जाएगा।35 से ऊपर बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) वाले लोगों के लिए अब एनआईसीई द्वारा इंजेक्शन की सिफारिश की जाती है।
वहीं, 30 से 35 के बीच बीएमआई वाले लोग भी इस इंजेक्शन को डॉक्टरी सलाह के अनुसार मधुमेह वाले भी ले सकते हैं। इस इंजेक्शन को लेने वाले मरीजों को भी सलाह दी जाती है कि बिना डॉक्टर की सलाह के अचानक इस इंजेक्शन को लेना बंद न करें। हालांकि, नतीजे देखने और डॉक्टर की सलाह मानने के बाद इसे रोका जा सकता है।
आने में और समय लगेगा
- यह इंजेक्शन अभी पूरी तरह बाहर नहीं आया है। इंजेक्शन को लेकर एनआईसीई से पूरी गाइडलाइंस मिलने के बाद इसे लॉन्च किया जाएगा।
डेली मेल के अनुसार, यूके में लगभग 12.4 मिलियन लोग मोटे हैं। इनमें से 1.3 मिलियन से अधिक किसी न किसी प्रकार की बीमारी से प्रभावित हैं।