साल का पहला महीना(January) खत्म होने जा रहा है। वही कुछ दिनों में फरवरी की शुरुआत हो रही है और इसी बीच देश के सबसे बड़े पब्लिक सेक्टर(public sector) बैंक एसबीआई(sbi bank) ने अनाउंसमेंट(announcement) कर दिया है। जिसका असर आम जनता(public) की जेबों पर पड़ेगा।

एसबीआई(state bank of india) 1 फरवरी(february) से नया नियम लेकर आ रही है। जहाँ वह अपने कुछ ट्रांजैक्शन में चार्ज बढ़ाने जा रही है। आइये जानते है क्या कुछ 1 फरवरी से बदलने वाला है।

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अक्टूबर 2021 में IMPS के माध्यम से ट्रांजैक्शन का अमाउंट 2 lakh रुपये से बढ़ाकर 5 lakh रुपये कर दिया था। रिजर्व बैंक ने IMPS के जरिए होने वाले ट्रांजैक्शन की लिमिट बढ़ाई थी। अब एक दिन में 2 लाख रुपए के बजाय 5 लाख रुपए ट्रांसफर कर सकते हैं।

SBI के अनुसार 2 Lakh रुपये से 5 Lakh रुपये के बीच IMPS के जरिये पैसा ट्रांसफर करने पर 20 रुपये + प्लस GST चार्ज लगेगा।

क्या होता है IMPS transfer?

IMPS यानी Immediate Payment Service इसमें इंटरनेट बैंकिंग के अलावा मोबाइल बैंकिंग ऐप्स, बैंक ब्रांच, ATM, SMS और IVRS के जरिए फंड ट्रांसफर होता है। यह नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) का अहम हिस्सा है। इसके जरिए 24X7 फंड ट्रांसफर किया जा सकता है। हालांकि RBI ने डेली ट्रांजैक्शन की जो सीमा बढ़ाई है वह SMS और IVRS पर लागू नहीं होती। SMS और IVRS के जरिए सिर्फ 5000 रुपए का ही ट्रांसफर होता है।