देशभर में ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि सरकार उन 10 राज्यों में केंद्रीय टीम भेजेगी, जहां या तो ओमिक्रॉन और कोविड-19 के मामलों में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है या जहां वैक्सीनेशन की रफ्तार बहुत सुस्त पड़ गई है. इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, “राज्य स्तरीय केंद्रीय टीमें स्थिति का आंकलन करेंगी और उपचारात्मक कार्रवाई का सुझाव देंगी और हर शाम 7 बजे तक सार्वजनिक स्वास्थ्य गतिविधियों पर एक रिपोर्ट सौंपेंगी.” बता दें कि देश में अगले साल की शुरुआत में ही विधान सभा चुनाव होने वाले हैं.
देशभर में ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि सरकार उन 10 राज्यों में केंद्रीय टीम भेजेगी, जहां या तो ओमिक्रॉन और कोविड-19 के मामलों में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है या जहां वैक्सीनेशन की रफ्तार बहुत सुस्त पड़ गई है. इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, “राज्य स्तरीय केंद्रीय टीमें स्थिति का आंकलन करेंगी और उपचारात्मक कार्रवाई का सुझाव देंगी और हर शाम 7 बजे तक सार्वजनिक स्वास्थ्य गतिविधियों पर एक रिपोर्ट सौंपेंगी.” बता दें कि देश में अगले साल की शुरुआत में ही विधान सभा चुनाव होने वाले हैं.
मंत्रालय ने कहा कि ये टीमें हरेक राज्य में कोविड टीकाकरण की प्रगति की जांच करेगी. इसके साथ ही अस्पतालों में बेड और मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता सहित अस्पताल के बुनियादी ढांचे की समीक्षा करेगी. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, “राज्य स्तरीय केंद्रीय टीमें स्थिति का आकलन करेंगी, उपचारात्मक कार्रवाई का सुझाव देंगी और हर शाम 7 बजे तक सार्वजनिक स्वास्थ्य गतिविधियों पर एक रिपोर्ट सौंपेंगी…”
इसके अलावा केंद्रीय टीम की समीक्षा चेकलिस्ट में ओमिक्रॉन स्ट्रेन के मामलों की पहचान करने के लिए नमूनों की जीनोम सिक्वेंसिंग भी होगी. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट देश में संक्रमण की दूसरी लहर पैदा करने वाले डेल्टा वैरिएंट की तुलना में काफी अधिक संक्रामक है.