टीचर ने बच्चे को पीटा…ये तो आम बात है. लेकिन झारखंड से इसके बिल्कुल उल्टी खबर सामने आई है. ये हैरान करने वाली भी है. यहां छात्रों ने अपने टीचर की पेड़ से बांधकर पिटाई कर दी. सिर्फ इसलिए क्योंकि टीचर ने उन्हें एग्जाम में कम नंबर दिए थे. इतना ही नहीं, इन स्टूडेंट्स ने पूरे घटनाक्रम का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड भी कर दिया. इसमें ये छात्र कह रहे हैं- ‘लाइव चलाओ, लाइव चलाओ. इसको वायरल करना है. जानबूझकर कम नंबर दिया है. जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया है. भुगतना पड़ेगा.’ ये घटना झारखंड के दुमका स्थित गोपीकांदर अनुसूचित जनजाति आवासीय विद्यालय की है.



टीचर को ही दे डाली फेल होने की सजा

दरअसल झारखंड बोर्ड ने शनिवार को JAC Class 9 Result की घोषणा की. इसके बाद सोमवार, 29 अगस्त 2022 को ये घटना घटी. पुलिस ने बताया कि दुमका के गोपीकांदर आवासीय स्कूल में 9वीं के 32 छात्रों में से 11 को ग्रेड DD मिला, जिसे फेल के समान माना जाता है. खराब नंबर मिलने से गुस्से में आए छात्रों ने स्कूल के मैथ्स टीचर कुमार सुमन, क्लर्क सोनेराम चौरे और अचिंतो कुमार मलिक को स्कूल कैंपस में ही आम के पेड़ से बांधा और पिटाई कर दी. उन्हें चोटें भी आई हैं.

टीचर पर आरोप है कि उन्होंने प्रैक्टिकल में कम नंबर दिए, जिसके कारण बच्चे फेल हो गए. क्लर्क ने Jharkhand Board की वेबसाइट पर मार्क्स अपलोड किए. हालांकि बीडीओ अनंत झा का कहना है कि ‘स्कूल मैनेजमेंट न तो प्रैक्टिकल एग्जाम के मार्क्स दिखा सका, न ही उन्हें ऑनलाइन अपलोड करने की डेट. अब तक स्पष्ट नहीं है कि बच्चे थ्योरी में फेल हुए या प्रैक्टिकल में.’

ये स्कूल झारखंड सरकार के कल्याण विभाग द्वारा संचालित किया जाता है. घटना के बारे में गोपीकांदर पुलिस थाना इंचार्ज नित्यानंद भोक्ता ने PTI को बताया कि ‘मामले में कोई FIR नहीं की गई है. क्योंकि बच्चों के करियर का ध्यान रखते हुए स्कूल प्रबंधन ने कोई लिखित शिकायत नहीं की.’ हालांकि क्लास घटनास्थल पर मौजूद क्लास 9 और 10 की कक्षाएं दो दिन के लिए सस्पेंड कर दी गईं.

पहले स्कूल के प्रिंसिपल थे पीड़ित टीचर

गोपीकांदर BDO अनंत झा के अनुसार, ‘इस स्कूल में करीब 200 छात्र पढ़ते हैं. घटना के समय इनमें से ज्यादातर मौजूद थे. जिस टीचर की पिटाई हुई वह पहले उसी स्कूल के हेडमास्टर थे. लेकिन किसी कारण से उन्हें पद से हटा दिया गया. ये शिक्षकों के बीच प्रतिद्वंद्व का भी मामला हो सकता है.’