झारखंड के दुमका का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में यह देखा जा सकता है कि कुछ स्कूली बच्चे पेड़ से कुछ लोगों को बांधे हुए हैं। पुलिस ने बताया कि वीडियो में बंधे हुए लोग स्कूल के शिक्षक और क्लर्क हैं। बच्चों ने उन्हें बांध कर पीटा है। बच्चों का आरोप है कि स्कूल के ही शिक्षक ने उन्हें प्रेक्टिकल में कम नंबर दिया है। यह घटना सोमवार की बताई जा रही है।




क्यों बांधा पेड़ से
गोपीकंदर थाना क्षेत्र के सरकारी अनुसूचित जनजाति आवासीय विद्यालय के कक्षा नौवीं के 11 छात्रों को परीक्षा में DD ग्रेड मिला है। DD ग्रेड को फेल के बराबर माना जाता है। पुलिस ने बताया कि रिजल्ट निकलने के बाद फेल हुए बच्चे नाराज हो गए और शिक्षक को पेड़ से बांध दिए।

अब तक कोई शिकायत दर्ज नहीं
स्कूल प्रशासन ने अब तक कोई शिकायत नहीं दर्ज कराई है। गोपीकंदर थाने के पुलिस इंचार्ज नित्यानंद भोक्ता ने पीटीआई को बताया कि पुलिस को जैसे ही घटना के बारे में जानकारी मिली वैसे ही पुलिस ने स्कूल प्रशासन से संपर्क किया। स्कूल के अध्यापकों ने कोई भी शिकायत करने से मना कर दिया। स्कूल के शिक्षकों का कहना है कि शिकायत करके वो किसी भी बच्चे का भविष्य नहीं खराब करना चाहते हैं। पुलिस ने बताया कि जिस शिक्षक को बांधा गया था उनका नाम सुमन कुमार है और क्लर्क का नाम सोनेराम है। शिक्षक और क्लर्क दोनों ने अब तक कोई शिकायत नहीं की है।

200 बच्चों में लगभग सभी शामिल
गोपीकंदर ब्लाक के बीडीओ अनंत झा ने बताया कि स्कूल में लगभग 200 बच्चे हैं। शिक्षकों को बांध कर मारने की जो घटना सामने आई है उसमें लगभग ज्यादातर बच्चे शामिल हैं। ब्लाक बीडीयो ने बताया कि जिस शिक्षक को बांध कर पीटा गया है वो पहले स्कूल के हेडमास्टर थे। उनको उस पद से हटा दिया गया था।

कक्षाएं हुईं सस्पेंड
स्कूल की कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कक्षा नौवीं और दसवीं की कक्षाएं सस्पेंड कर दी गई हैं। बच्चे ने आरोप लगाया कि उनके शिक्षक ने जानबूझकर उन्हें कम नंबर दिए। उन्होंने कलर्क को इसलिए बांधा क्योंकि उनका आरोप है कि क्लर्क ने ही उनके कम नंबर ऑनलाइन अपलोड किए।

स्कूल बच्चों के प्रैक्टिकल के नंबर दिखाने में विफल रहा और स्कूल प्रशासन यह भी नहीं बता पाया कि बच्चों का नंबर किस तारीख को अपलोड किया गया था। अब तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि बच्चे थ्योरी में फेल हुए हैं या प्रेक्टिकल में।