श्रीलंका के प्रधानमंत्री पद से महिंदा राजपक्षे के इस्तीफे के कुछ घंटे बाद सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने हंबनटोटा में राजपक्षे के पैतृक आवास में आग लगा दी. ‘डेली मिरर’ के अनुसार वीडियो फुटेज में दिखा है कि हंबनटोटा शहर के मेदामुलाना में महिंदा राजपक्षे और उनके छोटे भाई तथा राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के आवास में आग लगी दी. इससे पहले, प्रदर्शनकारियों ने सत्तारूढ़ गठबंधन के मंत्रियों और सांसदों की कई संपत्तियों को नष्ट कर दिया.



श्रीलंकाई मीडिया ने यह भी बताया कि कोलंबो में प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास ‘टेंपल ट्रीज’ के पिछले गेट के पास आग लग गई. खबर में कहा गया है कि पुलिस ने पानी की बौछारें छोड़ने के लिए वाहन बुलाए हैं, लेकिन सरकार विरोधी प्रदर्शनकारी वाहनों पर भी हमला कर रहे हैं. प्रदर्शनकारियों ने बादुल्ला जिला के सांसद तिस्सा कुटियाराच के आवास पर भी हमला किया और बाद में आग लगा दी. पुट्टलम के सांसद संथा निशांत का घर आगजनी से पूरी तरह तबाह हो गया.

कई सांसदों, पूर्व मंत्रियों के आवास पर हमला

आक्रोशित भीड़ ने पूर्व मंत्री जॉनसन फर्नांडो के कुरुनेगाला और कोलंबों स्थित कार्यालयों पर हमला किया है. उनके बार में भी आग लगाये जाने की खबर है. पूर्व मंत्री नीमल लांजा के आवास पर भी हमला किया गया है, जबकि महापौर समन लाल फर्नांडो के आवास में आग लगा दी गई. सत्तारूढ़ पार्टी के मजदूर नेता महिंदा कहानदागमागे के कोलंबो स्थित आवास पर भी हमला हुआ है. उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के समर्थकों द्वारा शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों पर हमला किए जाने के बाद पूरे देश में हिंसा भड़क गई है.

हिंसक झड़पों में 3 की मौत, 150 से अधिक घायल

आगजनी, हमले तब हुए जब कोलंबो में महिंदा राजपक्षे समर्थकों और सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पों के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया था. राजधानी में हुई हिंसा में सत्ताधारी पार्टी के एक सांसद समेत तीन लोगों की मौत हो गई और 150 से ज्यादा लोग घायल हो गए. पिछले महीने से बढ़ती कीमतों और बिजली कटौती को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. ब्रिटेन से 1948 में स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद श्रीलंका गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहा है.