दो हरियो की पावन भूमि पर दोहरीघाट घाघरा पुल के नीचे शनिवार सुबह दस बजे करीब कस्बा निवासी राममिलन निषाद पुत्र स्वामी निषाद नदी में नहा रहा था। नहा कर वह अपने पूजा करने के पात्र को धोने के लिए नदी से मिट्टी निकाल रहा था कि उसे रेत के अंदर कुछ होने का आभास हुआ, जिस पर उसने वहां पर खोदना शुरू किया। जैसे-जैसे वह खोदता गया उसको कुछ अद्भत अहसास होने लगा, जिस पर वहां नदी में मछली मार रहे कस्बा निवासी रामचन्द्र निषाद पुत्र बगेदन दीना साहनी पुत्र ईश्वर को बुलाया। उन लोगो ने रेत में दबे शिवलिंग को देखकर आश्चर्यचकित रह गए।
सूचना मिलने पर रामचंद्र निषाद की लड़की पूनम साहनी सवा फीट ऊंचे लगभग 25 से 30 किलो वजन वाले चांदी के शिवलिंग को अपने सिर पर उठाकर घर लाई और उसे धोकर साफ किया। वहीं, घर के बगल में मेला राम मंदिर के निकट प्राचीन शिव मंदिर में श्रावण मास में भगवान भोलेनाथ का रुद्राभिषेक कर रहे आचार्य श्याम पांडेय को सूचना दी। सूचना मिलते ही आचार्य श्याम पांडेय के साथ वह मौजूद सभी आचार्य मौके पहुंचे और शिवलिंग को मंदिर में लाए। हालांकि, उस समय रुद्राभिषेक का कार्यक्रम चल रहा था।
आचार्य श्याम पांडेय प्रदीप पांडेय और आनन्द पांडेय ने पूरे विधि-विधान के साथ शिवलिंग का रुद्राभिषेक किया। सावन मास में मिले इस शिवलिंग के दर्शन को लोग उमड़ पड़े। आचार्य श्याम पांडेय ने इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची और सभी नगरवासियों को आश्वस्त करते हुए उन्हें शिवलिंग का दर्शन जरूर करने दिया जाएगा के साथ थाना परिसर में ले आई।
जांच कराई जाएगी- पुलिस
चांदी के शिवलिंग मिलने पर पुलिस अधीक्षक अविनाश पांडेय ने बताया कि शिवलिंग को ससम्मान थाने में लाया गया है और उसकी विधिवत पूजा कराई गई है, जिसके बाद जांच एजेंसियों को इसकी सूचना दी गई है। विशेषज्ञ एजेंसियों से जांच करा कर यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि यह शिवलिंग किस क्षेत्र का है और इसके पीछे क्या बात है। पूरी जांच करा कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। अगर कोई अन्य बात नहीं आती है तो जिस थाना क्षेत्र के लोगों को यह शिवलिंग मिला है, उन्हें सुपुर्द कर दिया जाएगा, लेकिन पहले सभी एजेंसियों से इसकी जांच कराई जाएगी।