आफत का ये सैलाब काफी डराने वाला था. तस्वीरें ऐसी थी कि किसी की भी देखकर रूह कांप जाए. पहाड़ी से नीचे की तरफ तेजी से आता ये सैलाब जिस रास्ते से गुजरा सब कुछ बहाकर अपने साथ ले गया. हिमाचल के किन्नौर के शलखर गांव में सोमवार को बादल फटने से सैलाब आ गया. बादल फटने के बाद पहाड़ी के ऊपर से सैलाब जब नीचे पहुंचा तो और विकराल हो गया.



सैलाब के प्रवाह की आवाज डराने वाली है. किन्नौर के शलखर में बादल फटने के बाद जो सैलाब आया उससे नदी नाले सब उफान पर आ गए. घर के पास से पानी कितनी तेजी से बह रह रहा है. ऐसा लग रहा है जैसे ये सैलाब घर को बहा ले जाने पर आमादा हो.

सब कुछ बहा ले गया सैलाब

पहाड़ी से होता हुआ सैलाब नदी नालों को चीरता जब आगे बढ़ा तो उसके रास्ते में जो कुछ आया वो सब बह गया. सैलाब का प्रवाह कम हुआ तो बर्बादी का मंजर नजर आने लगा. जिस रास्ते से भी सैलाब गुजरा वहां सिर्फ तबाही ही तबाही नजर आ रही थी.

सैलाब लोगों के घरों से बीच से होकर गुजरा. समदो चेक पोस्ट से पूह की तरफ़ करीब 7 किमी दूर बादल फटा था. कुदरत के इस क्रोध से लोगों के घर बार तबाह तो हो गए लेकिन गनीमत रही कि लोगों की जान बच गई. मलबे में सबकुछ जाम सा हो गया है. कई घर पूरी तरह मलबे में समा गए तो कुछ घरों के भीतर मलबा भर गया है.

मलबे में दबीं कई गाड़ियां

सैलाब के रास्ते में आये एक मंदिर को भी काफी नुकसान पहुंचा है. घरों के बाहर खड़ी गाड़ियां मलबे में दबी हैं. कार, बुलडोजर, सबकुछ मलबे में दबा नजर आ रहा है. घरों के बाहर खड़े ट्रक भी मलबे में समा गए. सैलाब के रास्ते में जो ट्रक आए वो भी मलबे में दब गए हालांकि थोड़ी दूर पर खड़े ट्रक बच जरूर गए लेकिन मलबे की मार उन पर भी पड़ी है. सैलाब तो थम गया है लेकिन लोग अब भी डर सहमे हैं. पहाड़ों पर मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है ऐसे में लोगों को डर है कि कहीं उनपर कुदरत का और क्रोध ना टूटे.