अगले एक हफ्ते में खाने का तेल (Edible oil) सस्ता होने की उम्मीद है. वैश्विक स्तर पर तेल के भरपूर स्टॉक और खाद्य व सार्वजनिक वितरण विभाग द्वारा अवैध भंडारण के खिलाफ चलाए गए अभियानों के चलते यह उम्मीद जताई जा रही है. सरकारी स्तर पर तेल के अवैध भंडारण के खिलाफ पिछले कुछ समय से जोरदार अभियान चलाया गया है, ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि अगले एक हफ्ते में खाद्य तेल की कीमतों में 10-12 रुपये प्रति लीटर तक की कमी आ सकती है.


गौरतलब है कि देश में खाद्य तेल की कीमतें पिछले एक साल में तेजी से बढ़ी हैं, जिसके चलते आम लोगों का घर का बजट बिगड़ गया है. अब जब वैश्विक स्तर पर खाद्य तेल की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है तो सरकार ने बुधवार को सभी खाद्य तेल निर्माता कंपनियों को निर्देश दिया है कि इम्पोर्टेड खाद्य तेल की कीमतों में अगले एक हफ्ते में 10 रुपये प्रति लीटर तक की कटौती करें. यही नहीं सरकार ने देशभर में एक ही ब्रांड के तेल की कीमतें एक समान रखने को भी कहा है.

60 फीसद से ज्यादा तेल आयात करता है भारत

ज्ञात हो कि भारत अपनी जरूरत के 60 फीसद से ज्यादा खाद्य तेल का आयात करता है. वैश्विक दबाव में तेल की कीमतों में काफी बढ़ोतरी हुई थी. हालांकि अब इन दामों में कुछ सुधार हुआ है और वैश्विक स्तर पर कीमतें कम हुई हैं. पिछले महीने भी तेल निर्माता कंपनियों में MRP पर 10-15 रुपये की कटौती की थी और इससे पहले भी वैश्विक बाजारों में कटौती का असर भारत में खाद्य तेलों की कीमतों पर भी पड़ा था.

वैश्विक स्तर पर कीमतों में और गिरावट को ध्यान में रखते हुए खाद्य सचिव सुधांशु पांडे ने सभी खाद्य तेल संघों और बड़ी तेल निर्माता कंपनियों की बैठक बुलाई. इस बैठक में मौजूदा ट्रेंड के बारे में बातचीत हुई और वैश्विक स्तर पर तेल की कीमतों में गिरावट का फायदा आम उपभोक्ताओं को दिए जाने की बात कही गई.