डायबिटीज (Diabetes) आजीवन रहने वाली बीमारी है। इसे मधुमेह भी कहा जाता है। यह एक ऐसी कंडीशन है, जब बॉडी में पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन बनना बंद हो जाता है या उपस्थित इंसुलिन का उपयोग नहीं हो पाता है। इससे खून में ग्लूकोज के रुप में पाए जाने वाली शुगर की मात्रा बढ़ जाती है। डायबिटीज तीन प्रकार के होते हैं। टाइप-1 डायबिटीज, टाइप-2 डायबिटीज और जेस्टेशनल डायबिटीज, जो कि प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली हाई ब्लड शुगर की समस्या है।


इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन द्वारा 2017 में किए गए एक स्टडी के मुताबिक भारत में लगभग 72 करोड़ लोग डायबिटीज से ग्रसित पाए गए थे। 2021 में यह आंकड़ा बढ़कर 74 करोड़ के लगभग पहुंच चुका है। जिसमें से 53.1 प्रतिशत लोगों में यह बीमारी बिना किसी लक्षण के पायी गयी है।


डायबिटीज के कई लक्षण होते हैं जिनमें थकान, कमजोरी, धुंधला दिखना, ज्यादा प्यास लगना, भूख में कमी आदि शामिल हैं। हालांकि कुछ ऐसे लक्षण भी हैं, जो आपको अपने मुंह में नजर आ सकते हैं। हैरानी की बात यह है कि इन लक्षणों को अधिकतर लोग नजरअंदाज कर देते हैं। चलिए जानते हैं कि वो लक्षण क्या हैं-

नॉर्मल ब्लड शुगर का लेवल कितना होता है

ग्लूकोज शरीर में एनर्जी का मुख्य स्त्रोत होता है। इसलिए पर्याप्त मात्रा में ब्लड में शुगर होना भी जरूरी होता है। खाने से पहले स्वस्थ व्यक्ति का टार्गेट ब्‍लड शुगर लेवल 100 mg/dl से कम होना चाहिए। वहीं, डायबिटिक का ब्लड शुगर लेवल 80-130 mg/dl तक होना चाहिए। जबकि खाना खाने के बाद स्वस्थ व्यक्ति का ब्‍लड शुगर लेवल 140 mg/dl से कम, तो वहीं डायबिटिक का 180 mg/dl से कम होना चाहिए।

डायबिटीज के कारण

  • गलत खान-पान
  • फिजिकल एक्टिविटी की कमी
  • परिवार में पहले से किसी को डायबिटीज होने से
  • हार्मोंन्स का असंतुलन
  • बढ़ती उम्र
  • कॉलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ना

मुंह में दिखने वाले ​डायबिटीज के लक्षण

डायबिटीज के सामान्य लक्षणों की बात करें, तो मरीज को रात में बार-बार पेशाब लगने की दिक्कत, प्यास लगना, थकावट, वजन का कम होना, आंखों का धुंधला जाना, प्राइवेट पार्ट में खुजली और जख्म का देरी से ठीक होने जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। अगर मुंह में दिखने वाले लक्षणों की बात की जाए, तो इनमें दो मुख्य लक्षण हैं- मुंह का सूखापन और मसुड़ों में दुर्गंध। इनके अलावा आपको कैविटी और दांतों से खून आना जैसे लक्षण भी महसूस हो सकते हैं। इसके अलावा डायबिटीज जैसी समस्या होती है।

​डायबिटीज का उपचार

डायबिटीज टाइप 1 का कोई निश्चित उपचार नहीं है। इससे ग्रसित व्यक्ति को पूरी जिदंगी इसका मरीज बनकर रहना पड़ सकता है। जबकि टाइप 2 के मरीज इसके परिणामों को आहार, शारीरिक गतिविधि, दवा और नियमित जांच और उपचार के साथ टाल या विलंबित कर सकते है। स्वस्थ आहार, नियमित शारीरिक गतिविधि, शरीर के सामान्य वजन को बनाए रखना और तंबाकू के सेवन को बंद करना टाइप 2 मधुमेह की शुरुआत को रोकने के कुछ उपाय हैं।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।