अब आपको 5 साल से छोटे बच्चों के आधारकार्ड को बनवाने के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं है।इस काम में आपकी मदद पोस्टमैन करेगा। पोस्टमैन खुद घर आकर आपके बच्चे का आधार कार्ड बनवाएगा। इस अभियान के लिए 75 डाकियों की स्पेशल टीम तैयार की गयी है। यह भारतीय डाक भुगतान बैंक (India Post Payments Bank) और डाक विभाग की भागीदारी से बनी है। सभी डाकियों को इस योजना के लिए जरूरी उपकरण और स्मार्ट फोन उपलब्ध करवा दिए गए हैं। 


वाराणसी परिक्षेत्र में आने वाले वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली, बलिया और भदोही में यह अभियान चलाया जा रहा है। अगर आपके घर में पांच साल तक के बच्चे हैं और उनका आधार कार्ड नहीं बना है तो, आप 31 मार्च तक घर बैठे आधार कार्ड बनवा सकते हैं। डाक विभाग की ओर से इसके लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। नया आधार कार्ड बनवाने के साथ ही मोबाइल नंबर अपडेट करने की सुविधा का भी लाभ मिलेगा। 

बेहतर कार्य के लिए पुरस्कृत होंगे डाकिया

विभाग की ओर से अभियान में भागीदारी करने वाले डाकियों को स्कूटी, स्मार्ट टीवी, लैपटॉप, स्मार्ट फोन, वाशिंग मशीन, फ्रिज से लेकर पावर बैंक तक का पुरस्कार दिया जा रहा है। वाराणसी परिक्षेत्र में आने वाले वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली, बलिया और भदोही में यह अभियान चलाया जा रहा है। अब तक वाराणसी में 1.05 लाख, जौनपुर जिले में 1.65 लाख और बलिया में 1.30 लाख, गाजीपुर में 45 हजार, चंदौली में 42 और भदोही में 38 हजार से ज्यादा लोगों के आधार में मोबाइल नंबर अपडेशन व बच्चों का नया आधार कार्ड बनाया जा चुका है। परिक्षेत्र में जौनपुर की सीईएलसी (चाइल्ड एनरोलमेंट लाइट क्लाइंट) अभियान में पांच हजार लोगों को घर बैठे सेवा देकर पूरे उत्तर प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है। डाकियों के माध्यम से परिक्षेत्र में अब तक 5.25 लाख लोगों को इसका लाभ मिल चुका है। डाक विभाग के इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक द्वारा पुरस्कार स्वरूप एक स्कूटी भी प्रदान की जाएगी। 

नहीं देना होगा कोई शुल्क 

पोस्टमैन द्वारा घर आकर दी जाने वाली इस सुविधा के लिए आपको किसी भी तरह का शुल्क नहीं देना पड़ेगा।  जानकारी के अनुसार, डाकियों को दिए गए स्मार्टफोन में मौजूद एक ऐप द्वारा बच्चे का आधार कार्ड बनेगा। हालांकि अगर आप बन चुके आधार कार्ड में कोई बदलाव चाहते हैं तो, इसके लिए 50 रुपये का शुल्क लिया जाएगा।