पंजाब विजिलेंस ब्यूरो द्वारा भ्रष्टाचार के मामले में चार दिन पहले गिरफ्तार भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी संजय पोपली के पुत्र कार्तिक (26) की शनिवार को गोली लगने से मौत हो गई। घटना के वक्त विजिलेंस टीम पोपली के चंडीगढ़ स्थित घर पर जांच के लिए पहुंची थी। परिवार का आरोप है कि कार्तिक को विजिलेंस टीम ने गोली मारी है। वहीं, चंडीगढ़ के एसएसपी कुलदीप चहल ने कहा कि कार्तिक ने अपने लाइसेंसी पिस्टल से खुद को गोली मारी है। इकलौते बेटे की मौत के बाद मां ने कहा कि उसके बेटे की मौत के लिए पुलिस जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि जब तक इन पुलिस वालों की वर्दी न उतरवाई, वह बेटे के खून लगे हाथ को नहीं धोएंगी। बता दें कि आईएएस पोपली का शनिवार को चार दिन का रिमांड खत्म हो रहा है। पोपली को शनिवार को ही मोहाली कोर्ट में पेश किया जाना है। परिवार का
आरोप है कि उन्हें मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा था। विजिलेंस उन पर झूठे बयान देने के लिए दबाव डाल रही थी। परिवार के मुताबिक विजिलेंस की टीम उनके घर आई थी। इस दौरान वहां छानबीन की गई। विजिलेंस कोई रिकवरी करने के लिए आई थी। इसी दौरान कार्तिक और विजिलेंस अफसरों के बीच बहस हुई। कार्तिक की मां ने कहा कि जब मैं ऊपर गई, तो विजिलेंस वाले ने उनके बेटे पर पिस्टल तान रखी थी। इसके बाद उन्हें नीचे भेज दिया गया। इसके बाद उन्होंने गोली की आवाज सुनी। बाद में पता चला कि यह उनके बेटे को लगी है।
उन्होंने कहा कि उन्हें झूठे केस में फंसाया गया है। पंजाब के सीएम भगवंत मान वाहवाही के लिए छोटे मामले को भी बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रहे हैं। घटना के बाद कार्तिक की डेड बॉडी को सेक्टर 16 के जीएमएचएच में रखवाया गया है। वहीं चंडीगढ़ पुलिस की फोरेंसिक टीम सेक्टर 11 संजय पोपली के घर में जांच के लिए पहुंची। पोपली के पारिवारिक मित्र एडवोकेट मतविंद्र सिंह ने कहा कि मोहाली कोर्ट में पेशी की बजाय संजय पोपली को विजिलेंस घर लाई। वह मोहाली में थे और उन्हें संजय पोपली का फोन आया कि विजिलेंस ने उनके बेटे को गोली मार दी। कार्तिक के सिर पर गोली लगी है।