जम्मू-कश्मीर में मंगलवार दोपहर को भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.1 मापी गई। आपदा प्रबंधन अधिकारियों ने कहा कि भूकंप दोपहर 1.05 बजे आया और भूकंप का केंद्र ताजिकिस्तान सीमा क्षेत्र में था। हालांकि भूकंप से किसी भी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं आई है लेकिन इलाके में लोगों के बीच दहशत फैल गई।
भूकंप पृथ्वी की पर्त से 202 किमी अंदर आया और इसके निर्देशांक 36.52 डिग्री उत्तर अक्षांश और 71.18 डिग्री पूर्व देशांतर थे। अधिकारियों ने कहा कि अब तक कहीं से किसी के हताहत होने या संपत्ति के नुकसान की खबर नहीं है। आपको बता दें की कश्मीर घाटी भूकंप संभावित क्षेत्र में स्थित है।
23 मई को आया था भूकंप
इससे पहले पिछले महीने 23 मई को जम्मू कश्मीर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। तब भूकंप की तीव्रता 3.4 रिक्टर पैमाने पर मापी गई थे। भूकंप उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले में 34.43 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 75.03 डिग्री पूर्वी देशांतर पर 50 किलोमीटर की गहराई में आया था।
2005 में मची थी तबाही
जम्मू-कश्मीर अत्यधिक संवेदनशील भूकंपीय क्षेत्र में आता है। 8 अक्टूबर, 2005 को रिक्टर पैमाने पर 7.6 तीव्रता का भूकंप आया था। इस भूकंप ने इलाके में तबाही मचाई थी। नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पाकिस्तान और भारतीय दोनों इलाकों में 80,000 से ज्यादा लोग मारे गए थे
भूकंप के खतरनाक जोन शामिल है जम्मू-कश्मीर
भारतीय मानक ब्यूरो ने अलग-अलग एजेंसियों से मिली वैज्ञानिक जानकारियों के आधार पर पूरे देश को भूकंपीय जोनों में बांटा है। इसमें सबसे ज्यादा खतरनाक जोन 5 है। वैज्ञानिकों के अनुसार, इस क्षेत्र में रिक्टर स्केल पर 9 तीव्रता का भूकंप आ सकता है। जोन-5 में पूरा पूर्वोत्तर भारत, जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्से, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड गुजरात में कच्छ का रन, उत्तर बिहार का कुछ हिस्सा और अंडमान निकोबार द्वीप समूह शामिल है। इस क्षेत्र में अक्सर भूकंप आते रहते हैं।