दुनिया का पॉपुलर वेब ब्राउजर इंटरनेट एक्सप्लोरर अब बंद होने जा रहा है, 15 जून 2022 से माइक्रोसॉफ्ट इसकी सर्विस बंद कर देगा। कंपनी ने 2021 में इस बात का ऐलान किया था। 1995 में इंटरनेट एक्सप्लोरर को लॉन्च किया गया था। एक वक्त दुनिया में इंटरनेट एक्सप्लोरर वेब ब्राउजर का दबदबा था। इसी वजह से उस वक्त इंटरनेट एक्सप्लोरर के 11 वर्जन लॉन्च किए गए थे।



बाद में गूगल क्रोम जैसे कई और ऑप्शन लोगों को मिल गए। जिसके बाद इंटरनेट एक्सप्लोरर वेब ब्राउजर की दुनिया में पिछड़ गया। माइक्रोसॉफ्ट ने भी इस पर ध्यान देने के बजाय नए वेब ब्राउजर 'माइक्रोसॉफ्ट ऐज'(Microsoft Edge) पर फोकस किया।

17 अगस्त 2021 को हुआ था ये फैसला

इंटरनेट एक्सप्लोरर प्रोजेक्ट को साल 1994 में थॉमस रियरडन ने शुरू किया था। रिपोर्ट्स की माने तो इंटरनेट एक्सप्लोरर वेब ब्राउजर बनाने में शुरुआती टीम में महज 6 लोग थे। आपको बता दें की साल 1996 में माइक्रोसॉफ्ट पर  SyNet Inc ने मुकदमा भी दर्ज कराया था कि 'इंटरनेट एक्सप्लोरर' नाम के राइट्स उसके पास हैं। इस मामले में माइक्रोसॉफ्ट को 5 मिलियन डॉलर चुकाने पड़े थे।

साल 2000 के बाद बढ़ी इंटरनेट एक्सप्लोरर की पॉपुलैरिटी

लॉन्च के बाद माइक्रोसॉफ्ट ने इंटरनेट एक्सप्लोरर के कई अपडेट दिए 1999 तक 5 नए अपडेट आ गए। 2003 में इसकी सिस्टम मार्केट में हिस्सेदारी लगभग 95 फीसदी थी और लगभग हर आदमी इसका इस्तेमाल करता था। इंटरनेट एक्सप्लोरर का 11 और आखिरी अपडेट 2013 में रिलीज किया गया था। और उस वक्त तक Google Chrome मार्केट में अपनी जगह बना चुका था।

'माइक्रोसॉफ्ट ऐज' क्या कर पाएगा कमाल?

माइक्रोसॉफ्ट अपने कुछ प्रोडक्ट्स को न्यू डिजाइन के साथ मार्केट में फिर से प्रमोट कर सकता है साथ ही माइक्रोसॉफ्ट ऐज, माइक्रोसॉफ्ट टीम्स और Windows 11 को नए फिचर मिल सकते हैं।