बीते तीन दिनों से हो रही हिंसा में अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है। इसकी पुष्टि उत्तर प्रदेश के आईजी लॉ एंड ऑर्डर प्रवीण कुमार ने की है। शनिवार दोपहर को लखनऊ में की गई प्रेस वर्ता में प्रवीण कुमार ने बताया की राज्य में 10 दिसंबर से नागरिक संशोधन कानून के विरोध में, निवारक गिरफ्तारी के बाद 705 लोगों को गिरफ्तार किया गया और लगभग 4500 लोगों को रिहा किया गया है। मामले में हुई हिंसा में 15 लोग मारे गए वहीं 263 पुलिस कर्मी घायल हुए हैं। इनमें 57 पुलिसकर्मियों को गोली भी लगी है, जिनका इलाज जारी है। घटनास्थलों से 405 खोखे बरामद किए गए हैं। पूरे प्रदेश में 125 अभियोग दर्ज किए गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि उपद्रवियों को चिन्हित किया जा रहा है। साथ ही समाजसेवियों से सहयोग लिया जा रहा है।
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कानपुर में फिर स्थिति तनावपूर्ण-कानपुर में एक बार फिर स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। वहां उपद्रवियों ने पुलिस की गाड़ी को फूंका। उनपर पत्थर भी बरसाएं। उपद्रवियों ने यातिमखाना पुलिस चौकी को भी आग के हवाले कर दिया है। दरअशल दोपहर बाद यतीमखाना में जुलूस निकाला गया। इस दौरान भारी संख्या में मौजूद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले भी छोड़े। इसमें 12 से अधिक लोगों के घायल होने की जानकारी है। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने छतों से पुलिस पर पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। फिरोजाबाद में भी प्रदर्शन शुरू हो गया।
सपा विधायक गिरफ्तार-कानपुर पुलिस ने सपा विधायक अमिताभ वाजपेयी और सपा के ही पूर्व विधायक कमलेश दिवाकर को गिरफ्तार कर लिया है। इन दोनों पर ही लोगों को भड़काने का आरोप लगा है। कानपुर के एडीजी ने इस बात की जानकारी दी। वाजपेयी कानपुर के सीसामऊ से सपा के विधायक हैं।