आम आदमी को बढ़ती महंगाई के मोर्चे पर एक राहत की खबर मिल रही है. अंतर्राष्ट्रीय दरों में कमी और सरकार के हस्तक्षेप के चलते रिटेल मार्केट में एडिबल ऑयल की कीमतें कम होने लगी हैं. फूड सेक्रेटरी सुधांशु पांडे ने बताया कि इस महीने की शुरुआत से देश भर में मूंगफली के तेल को छोड़कर, पैकेज्ड खाद्य तेलों की औसत खुदरा कीमतों में 15-20 रुपये तक की कमी आई है और यह 150 से 190 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच चल रही है
इन कंपनियों ने गिराए दाम
पिछले हफ्ते, खाद्य तेल (Edible Oil) कंपनियों अदानी विल्मर (Adani Wilmar) और मदर डेयरी (Mother Dairy) ने विभिन्न प्रकार के खाना पकाने के तेलों के लिए एमआरपी (अधिकतम खुदरा मूल्य) में 10-15 रुपये प्रति लीटर की कमी की. दोनों कंपनियों ने कहा कि नए एमआरपी वाला स्टॉक जल्द ही बाजार में उतरेगा.
पांडे ने संवाददाताओं से कहा, "सरकार के समय पर हस्तक्षेप और वैश्विक विकास के कारण खाद्य तेलों की कीमतों में रुझान बहुत सकारात्मक हैं."
छापेामरी का दिखा असर
बात दें कि महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश में दो फेज में कई सारी छापेमारी की गई. इसमें महाराष्ट्र में पहले और दूसरे फेज में 43 छापेमारी की गई जिसमें पहले फेज में 14 डिफॉल्टर जबकि दूसरे में 2 डिफॉल्टर हुए. राजस्थान में दोनों फेज में 60 छापेमारी हुई और पहले में 7 और दूसरे में 6 डिफॉल्टर हुए. गुजरात में दोनों फेज मिलाकर 48 छापेमारी की गई, जिसमें पहले फेज में 7 मामले डिफॉल्ट के मिले वहीं दूसरे फेज में चोर बाजारी, कालाबाजारी के मामले नहीं मिले. वहीं मध्य प्रदेश में भी दोनों फेज मिलाकर 35 छापेमारी की गई. पहले फेज में 7 तो दूसरे में 4 मामले में गड़बड़ी मिली.
आटा के भी दाम में गिरे
पांडे ने बताया कि अन्य देशों की तुलना करने पर देश में आटे के दाम में भी कमी आई है. पिछले कुछ दिनों में इसमें राहत मिलती दिखी है. सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से इसमें राहत मिली है, वर्ना ये दाम और बढ़ सकते थे. गेहूं पर रेग्युलेशन के बाद आटा कीमतों पर सरकार लगातार मॉनीटरिंग कर रही है.