मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राज्य सरकार के रिटायर कर्मचारी पेंशनभोगी नहीं हैं बल्कि उन्हें पेंशन योगी के रूप में सम्मान मिलना चाहिए। उन्होंने श्रमिकों को बधाई देते हुए पेंशन पोर्टल https://epension.up.nic.in का उद्घाटन किया और 1220 पेंशनरों के खाते में सीधे पेंशन ट्रांस्फर की। उन्होंने कहा कि पेंशन पोर्टल प्रदेश के साढ़े 11 लाख से अधिक पेंशनरों को ईज ऑफ लिविंग की बड़ी सौगात दी। 



मुख्यमंत्री रविवार को लखऩऊ में लोकभवन स्थित सभागार में पेंशनरों के लिए बनाई गई ऑनलाइन सेवा पोर्टल का शुभारंभ कर रहे थे। इस पोर्टल के शुभारंभ होते ही यूपी ई-पेंशन पोर्टल की सुविधा देने वाला देश का पहला राज्य बन गया। पेंशन पोर्टल का आरंभ असल में ईज़ आफ लीविंग का हिस्सा है।

मुख्यमंत्री ने पेंशनरों और सुरेश खन्ना से ली चुटकी

मुख्यमंत्री ने मुस्कुराते हुए कहा कि मुझे लगता है आप लोगों में से बहुत से लोग ऐसे रहे होंगे जिन्होंने अपने पूर्व के लोगों को परेशान किया होगा। ऐसा होता ही है लेकिन अब यह नहीं हो पाएगा। मुख्यमंत्री ने सुरेश खन्ना से चुटकी लेते हुए कहा कि मैंने खन्ना जी से पूछा कि आपके तो रिटायरमेंट का वक्त आ रहा होगा, तो उन्होंने कहा कि मेरा तो रिटारमेंट 75 वर्ष है।

मुख्यमंत्री ने पेंशनरों को संबोधित करते हुए कहा कि आपने जो योगदान दिया है उस योगदान के प्रति शासन और आपके स्वयं के कंट्रीब्यूशन का प्रतिफल आपको प्राप्त हो रहा है। अच्छी सोच हमें आगे बढ़ाती है। अच्छी सोच के साथ  सरकार ने आपके लिए ई-पोर्टल व्यवस्था को शुरू की है। उन्होंने मुख्य सचिव को निर्देश दिए कि मृतक आश्रितों के लिए भी इस तरह का पोर्टल बनाने की जरूरत है। व्यक्ति के जीवन का सरलीकरण करने में सरकार प्रतिबद्ध है। मृतक कर्मी को उसका देय देने के साथ उसके परिवारीजनों को नौकरी देने की व्यवस्था को आगे बढ़ाने का काम करें। ई-आफिस के साथ जोड़ते हुए हर विभाग को योजनाओं को जनता के बीच ले जाना चाहिए। योजना का लाभ प्रत्येक व्यक्ति देख सके। उसका स्मार्ट फोन उसको दिखा देगा कि योजनाओं में क्या हो रहा है। कैसे उसका लाभ लिया जा सकता है।