दिल्ली समेत उत्तर भारत (North India) के ज्यादातर इलाकों में पिछले कुछ दिनों से झुलसा देने वाली गरमी से राहत है. अधिकतम तापमान (Maximum Temperature) गिरा हुआ है और 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे चल रहा है. तापमान बढ़ने के बावजूद गरमी से अभी दिल्ली में राहत है और आज भी तापमान 40 से नीचे ही रहने के अनुमान है. कल से पारा चढ़ेगा, लेकिन लू की संभावना अगले एक हफ्ते तक नहीं है. वहीं दक्षिण पश्चिम मॉनसून (South-West Monsoon) छह दिन रुकने के बाद श्रीलंका पहुंच चुका है, अब केरल की तरफ आगे बढ़ रहा है और समय से पूर्व आने की संभावना है.

दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश में भी पारा में गिरावट बनी हुई है और यहां भी ज्यादातर शहरों में 40 से नीचे ही रहने की संभावना है. प्रयागराज में भी अधिकतम तापमान 40 से नीचे यानी 39 डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना जताई गई है. राजस्थान में झुलसा देने वाली गरमी से राहत है और यहां भी तापमान में नरमी बनी हुई है.

दिल्ली में अगले 4-5 दिन में पारा 41 के पार जाएगा

राजधानी में कल गुरुवार को आसमान साफ रहने के बीच दिल्ली का अधिकतम तापमान थोड़ा बढ़ा, लेकिन आरामदायक दायरे में रहा. दिल्ली के बेस स्टेशन सफदरजंग वेधशाला ने साल के इस समय के लिए अधिकतम तापमान 36.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया, जो सामान्य से चार डिग्री कम है. एक दिन पहले बुधवार को अधिकतम तापमान 34.4 डिग्री सेल्सियस रहा था. मौसम विभाग के अनुसार न्यूनतम तापमान 22.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. हालांकि अगले चार से पांच दिनों में पारा 41 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ने का अनुमान है, लेकिन अगले एक सप्ताह तक लू चलने का आसार नहीं दिख रहा है.

मौसम साफ रहने से दिल्ली की हवा भी सुधरी हुई है. हालांकि दिल्ली का 24 घंटे का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 204 रहा, जबकि बुधवार को यह 175 रहा. हालांकि मंगलवार को 134 दिनों में सबसे स्वच्छ हवा (24 घंटे एक्यूआई 89) में रही थी. शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 को ‘संतोषजनक’, 101 और 200 को ‘मध्यम’, 201 और 300 को ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’ तथा 401 से 500 के बीच को ‘गंभीर’ माना जाता है.

महाराष्ट्र के 13 जिलों में भारी बारिश के आसार

महाराष्ट्र के कई जिलों में अगले कुछ दिनों तक मूसलाधार बरसात होने का अनुमान जताया गया है. मौसम विभाग ने कई जिलों में अलर्ट जारी किया है. कई जगहों पर मॉनसून से पहले की बारिश हो गई है. राज्य के मराठवाडा, विदर्भ समेत कई जिलों में मूसलाधार बरसात हुई है. मौसम विभाग द्वारा दी गई जानकारियों के मुताबिक राज्य में अगले कुछ दिन अभी और तेज बरसात होगी.

राज्य के मौसम विभाग के अनुसार, महाराष्ट्र के जिन 13 जिलों में मूसलाधार बरसात होने का अनुमान है, उनमें मुंबई, ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, जलगांव, सांगली, कोल्हापुर, पालघर, धुले, नंदुरबार, यवतमाल, अहमदनगर जिले का नाम है.

समय से पहले केरल पहुंच सकता है मॉनसून

दूसरी ओर, दक्षिण पश्चिम मॉनसून छह दिन रुकने के बाद श्रीलंका पहुंच चुका है और अब केरल की तरफ आगे बढ़ रहा है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कल गुरुवार को कहा, “दक्षिण अरब सागर के कुछ हिस्से में दक्षिण पश्चिमी मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अनुकूल हैं. अगले 48 घंटे में मॉलदीव, लक्षद्वीप के आसपास के हिस्सों में इसके पहुंचने के आसार हैं.”

खबरों के अनुसार, केरल के कुछ हिस्सों में कल भारी बारिश हुई है और मौसम कार्यालय ने अगले दो दिन में केरल में और लक्षद्वीप में व्यापक पैमाने पर बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया है. मौसम विभाग ने कहा, “मॉनसून के केरल की ओर बढ़ने पर पूरी नजर रखी जा रही है.

सामान्य तौर पर मॉनसून केरल में एक जून को पहुंचता है अब इसके चार दिन पहले पहुंचने के आसार हैं. मौसम विज्ञानियों के अनुसार दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून ने इस माह बंगाल की खाड़ी में चक्रवात असानी के कारण तेजी पकड़ ली है. इस बार मॉनसून वक्त से काफी पहले 16 मई को अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह पहुंच गया था और च्रकवात के शेष प्रभाव के चलते इसके आगे बढ़ने के आसार थे.

गुजरात में मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह

उत्तरी गुजरात तट पर तेज हवाएं चलने की संभावना के साथ, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को ही मछुआरों को सलाह दी कि वह आज शुक्रवार से तीन दिनों तक अरब सागर में न जाएं. आईएमडी ने एक बयान में कहा कि इस अवधि के दौरान दक्षिण गुजरात तट पर मछुआरों के लिए ऐसी कोई चेतावनी नहीं है.

विभाग की ओर से जारी बयान में कहा गया, “27 से 29 मई, 2022 तक 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है. 27 से 29 मई, 2022 तक मछुआरों को उत्तर गुजरात तट पर समुद्र में न जाने की सलाह दी जाती है. कच्छ, जामनगर, पोरबंदर और देवभूमि द्वारका जिलों में अरब सागर के तट पर काम करने वाले मछुआरों के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.