शराबबंदी के सख्त कानून के बाद भी बिहार में शराब पीने के ऐसे-ऐसे मामले सामने आ रहे है, जिसे सुनकर आप हैरान रह जाएंगे. ताजा मामला एक ट्रेन ड्राइवर से जुड़ा है. यात्रियों से भरी ट्रेन को स्टेशन पर खड़ा कर उक्त ड्राइवर बाजार में शराब पीने चला गया. सिग्नल मिलने के बाद भी जब ट्रेन नहीं चली तो यात्रियों ने हंगामा मचाना शुरू किया. जिसके बाद स्टेशन के कर्मचारियों ने ड्राइवर की खोज शुरू की तो वह ट्रेन से गायब मिला. इस दौरान करीब एक घंटे सात मिनट तक ट्रेन स्टेशन पर खड़ी रही.
क्रॉसिंग की सूचना मिलने के बाद ट्रेन को स्टेशन पर खड़ी कर लोको पायलय करणवीर यादव और सहायक लोको पायलट ट्रेन से उतर गए. जिसके बाद करणवीर ने सहायक लोको पायलट को कहा कि राजधानी के आने में अभी देर लगेगी. तबतक बाजार घूमकर आता हूं. इसके बाद वह पास में स्थित हसनपुर बाजार गया. जहां कहीं से उसे शराब की बोतल मिल गई. इसके बाद वह शराब पीने लगा. पीते-पीते वह नशे में इतना टली हो गया कि बाजार में ही चाय की दुकान पर हंगामा करने लगा.
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इधर राजधानी के गुजरने के बाद सवारी गाड़ी को पासिंग लाइट मिली. लेकिन इसके बाद भी ट्रेन के नहीं खुलने पर यात्री हंगामा करने लगे. इसके बाद ड्राइवर की खोज-खबर शुरू हुई तो उसे जीआरपी ने बाजार से नशे की हालत में गिरफ्तार किया. ड्राइवर नशे में इस कदर धुत्त था कि खड़े हो पाने की स्थिति में भी नहीं था. ऐसे में दूसरे लोको पायलट को बुलवा कर ट्रेन को रवाना करवाया गया. तबतक करीब डेढ़ घंटे तक यात्री परेशान होते रहे. जीआरपी थाने में भी नशे में धुत्त ड्राइवर हंगामा कर रहा था. उसे गिरफ्तार करने के बाद उसपर मद्य निषेध कानून के तहत मामला दर्ज कर पुलिस आगे की छानबीन कर रही हैं.