प्रयागराज में गंगा किनारे कुछ जगहों पर रेत में दफ़न सैकड़ों शवों की तस्वीरें और वीडियो जब देश-दुनिया में चर्चा का विषय बन चुके थे, इन सैकड़ों मौतों पर सवाल खड़े हो रहे थे तो पिछले हफ़्ते शहर में मौजूद राज्य सरकार के मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह इसे 'प्रयागराज की पुरानी परंपरा' बताया.

प्रयागराज के श्रृंगवेरपुर धाम के पास गंगा किनारे क़रीब दो किलोमीटर की दूरी में महज़ एक महीने के भीतर इतने शव दफ़न कर दिए गए कि उन्हें गिनना मुश्किल हो गया.

इलाहाबाद के गंगा तट की तस्वीर

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इलाहाबाद के गंगा तट की तस्वीर

शवों को दफ़नाने में इतनी जल्दबाज़ी की गई कि शवों पर पड़े कफ़न बाहर दिख रहे थे. कुछ शवों में शरीर के कुछ अंग बाहर निकले थे जिन्हें जानवर नोंच रहे थे और शवों के ऊपर गिद्ध और कौवे मंडरा रहे थे.

यह स्थिति प्रयागराज के फ़ाफ़ामऊ, झूंसी, दारागंज और कुछ अन्य घाटों पर भी दिखी. इससे पहले, उन्नाव, फ़तेहपुर, कानपुर और रायबरेली में भी शव रेत में गड़े मि