अलवर जिले के भिवाड़ी (Bhiwadi) से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आ रहा है। यहां एक स्कूल के प्रिंसिपल ने अपनी पत्नी पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। जी हां, अभी तक पत्नियों को प्रताड़ित करने की खबर आपने खूब सुनी होगी, लेकिन यह मामला थोड़ा पेचीदा और अलग है। यहां पति ने अपनी पत्नी पर आरोप लगाया है, पति प्रिंसिपल ने आरोप लगाया है कि उसकी पत्नी उसे तवे और डंडे से पीटती है। मारपीट के सबूत इकट्ठा करने के लिए पति ने घर में सीसीटीवी (CCTV)  कैमरे भी लगवाए हैं। इन कैमरों में कैद हुई फुटेज और वीडियो आपको भी हैरान कर देंगी। स्कूल प्रिंसिपल को उसकी पत्नी आये दिन मार-पीट कर उसे घर से बाहर निकाल देती है। इतना ही नहीं वह उसे झूठे मुकदमें में फंसाने की धमकी देकर ब्लैकमेल भी करती है। इन सब से परेशान प्रिसिंपल ने अब कोर्ट से सुरक्षा की लिए मदद मांगी है। वहीं, कोर्ट ने भी सुरक्षा प्राप्त कराने के आदेश दे दिए हैं।



अक्सर, घरेलू हिंसा के ये केस महिलाओं (Alwar Principal Case) की ओर से अधिक आते हैं, मगर भिवाड़ी में पुरुष घरेलू हिंसा का शिकार हो गया है। हिंसा का शिकार हुए शख्स का नाम अजित यादव है और वह सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल है। प्रिंसिपल ने हरियाणा (Haryana) के सोनीपत (Sonipat) की रहने वाली सुमन से प्रेम विवाह किया था, कुछ समय तक उसकी जिंदगी ठीक-ठाक चली, मगर कुछ समय बाद ही पत्नी पति पर हावी होने लगी और उस पर अत्याचार करने लगी। जब सिर से पानी उतर गया तो प्रिंसिपल ने भिवाड़ी कोर्ट से अपनी सेफ्टी की मांग करते हुए न्याय की गुहार लगाई।

Alwar Principal Case

पीड़ित अजीत सिंह यादव ने कहा कि उन्होंने करीब 7 साल पहले सुमन से प्रेम विवाह किया था, पहले सब कुछ ठीक था- मगर कुछ ही समय बाद सुमन के व्यवहार में बदलाव आने लगा, और आज वह व्यवहार इतना भीषण रूप ले चुका है कि पत्नी पीड़ित को बुरी तरह प्रताड़ित करने लगी है। वह कभी उसे बैट से पीटती है तो कभी तवे से और कभी-कभार तो जो घर में पड़ा मिलता है उसी से उसकी धुनाई करना शुरू कर देती है। पीड़ित के कईं जगह पर चोट के निशान भी हैं, किसी तरह प्रिंसिपल चोटों का इधर-उधर इलाज करवाते रहे लेकिन जब उनसे यह टॉर्चर सहन नहीं हुआ तो वह कोर्ट की दहलीज पर मदद की गुहार लगाने पहुंचे, जहां उन्होंने सबूत के लिए सीसीटीवी कैमरे के फुटेज दिखाए- जिसमें पीड़ित अपने 8 साल के बेटे के सामने ही मार खा रहा है। कोर्ट ने भी पीड़ित की सुरक्षा के आदेश दे दिए हैं।

अजीत सिंह बताते हैं कि उन्होंने कभी भी (Alwar Principal Case) कानून का उल्लंघन नहीं किया, वह कहते हैं कि वह एक अध्यापक है- और उन्हें पता है कि उनमें निहित संस्कार और व्यवहार हजारों छात्र और छात्राओं के लिए प्रेरणा है। अत: वह एक महिला पर हाथ उठा- अपने व्यवहार को मैला नहीं करना चाहते। इसी गरिमा को ध्यान में रखते हुए प्रिंसिपल ने हिंसा का रास्ता कभी अख्तियार नहीं किया और यूं ही इसी तरह प्रताड़ित होते रहे। यही कारण रहा कि अजीत सिंह मानसिक रूप से इतना बीमार हो गए हैं कि वह पल भर में ही कुछ भी भूल जाते हैं। हालात यह बन चुके हैं कि वह अपने स्टाफ तक का नाम नहीं याद रख पाते। पिछले 1 महीने से वह पिटाई के डर से अपने घर नहीं गए- वहीं इधर-उधर समय व्यतीत कर अपना वक्त काट रहे हैं। अजीत सिंह का यह भी आरोप है कि पत्नी सुमन के इस पूरे घटनाक्रम को अमेरिका में बैठा उसका एक भाई अंजाम देता है। वह जैसा कहती है, सुमन वैसा करती है।