हिमाचल प्रदेश के सिरमौर में एक बड़ा हादसा होते-होते बचा। ड्राइवर की सूझबूझ ने करीब 30 लोगों की जान का रक्षक बन गया। मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि पांवटा शिलाई नेशनल हाईवे-707 पर बोहराड़ के पास एक निजी बस करीब 300 मीटर गहरी खाई में गिरने से बाल-बाल बच गई। इस हादसे को होने से रोकने में पूरा श्रेय बस चालक को जाता है।
होते-होते टला एक बड़ा हादसा
शुक्रवार शाम चार बजे के आस-पास पांवटा साहिब-गताधार रूप पर एक निजी बस पांवटा साहिब से शिलाई की तरफ जा रही थी। कफोटा से करीब 10 किलोमीटर दूर बस जैसे ही बोहराड़ के पास पंहुची तभी अचानक बस स्टेयरिंग की रॉड टूट गई। जिसकी वजह से बस अनियत्रित हुई और रोड़ किनारे लगे पैरापिट को तोड़कर हवा में झूले की तरह झूलने लगी। बस को खाई में गिरता देख सभी यात्रियों की चीख निकल गई उन सभी यात्रियों ने अपनी मौत को बहुत करीब से देखा होगा। सबकी सांसे थम गई।
आपको बता दें कि बस का आधे से ज्यादा हिस्सा गहरी खाई की तरफ लटक गया था। ऐसी हालत में भी बस ड्राइवर ने हिम्मत नहीं हारी। बस चालक ने अपने दिमाग से काम लिया और ब्रेक पर पैर रखकर खड़ा हो गया। जिसकी वजह से बस एक टायर पर टिक गई। ऐसे मौके पर यात्रियों ने भी चालक का हौसला बढ़ाया और बिना हड़बड़ाहट के एक-एक करके बाहर आए।
बस चालक ब्रेक पर खड़ा रहा और बस में बैठ सभी यात्री एक-एक करके बस से सुरक्षित बाहर निकल गए। इसके बाद सभी यात्रियों ने भी एकजुट होकर धैर्य से काम लिया। सबने मिलकर बड़े पत्थर से बस को रोका जिससे ड्राइवर भी सुरक्षित बाहर आने में कामयाब रहा। सभी बस यात्रियों का कहना है कि आज अगर हम सही सलामत है तो वह चालक की सूझबूझ की वजह से जिसने अपनी जान की बाजी लगाकर हम सब की जान बचाई।