उज्जैन. चलती ट्रेन से बच्चों को फेंककर मां के खुद भी कूदने की घटना उज्जैन की है।जहां शनिवार की दोपहर ये घटना स्टेशन पर लगे सीसीटीवी में कैद हुई। गनीमत रही कि घटना में मां और बच्चों को कोई चोट नहीं आई है लेकिन जो तस्वीरें सीसीटीवी में कैद हुई हैं वो विचलित कर देने वाली हैं। महिला कौन थी इसके बारे में पता नहीं चल पाया है। प्लेटफॉर्म पर ड्यूटी कर रहे जीआरपी जवान की सजगता के कारण महिला की जान बच गई वरना बड़ा हादसा हो सकता था।

पहले बच्चों को फेंका और फिर खुद ट्रेन से कूदी महिला
शनिवार दोपहर भोपाल पैंसेजर ट्रेन में यात्रा करने के चक्कर में महिला 10 और 7 साल के दो बच्चों के साथ जयपुर -नागपुर सुपरफास्ट ट्रेन में चढ़ गई। दोपहर में ट्रेन के चलते ही महिला को पता चला कि वह गलत ट्रेन में बैठ गई है तो चलती ट्रेन से ही महिला ने पहले तो 10 साल के बेटे को प्लेटफॉर्म पर फेंक दिया और फिर 6 साल के बेटे को इसके बाद महिला ने खुद ट्रेन से कूद गई। कूदने के कारण महिला ट्रेन और प्लेटफार्म के बीच में जा फंसी। तभी ऐन मौके पर वहां मौजूद जीआरपी आरक्षक महेश कुशवाह ने महिला का हाथ पकड़ कर उसे बाहर खींच लिया और महिला की जान बच गई। हादसे में किसी को भी चोंट नहीं आई। यह पुरी घटना रेलवे स्टेशन पर लगे सीसीटीवी में कैद हुई है।
जीआरपी ने बताया कि महिला उज्जैन की रहने वाली थी। घटना के तुरंत बाद उसका पति भी दौड़कर रेलवे स्टेशन के अंदर आ गया था। वही उन्हें छोड़ने भी आया था। पति के सामने आते ही महिला जोर जोर से रोने लगी। ऐसे में उसका नाम पता नहीं चल पाया। महिला का पति उसे अपने साथ घर ले गया।