राजस्थान के जयपुर में कोर्ट ट्रायल के दौरान एक अजीबोगरीब वाकया सामने आया। दरअसल, एडीजे कोर्ट में चंदवाजी थाना इलाके के शशिकांत शर्मा की हत्या की सुनवाई चल रही है। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने हत्या मामले से जुड़े सबूत और दस्तावेज पेश करने का आदेश दिया। ऐसे में पुलिस ने कोर्ट में लिखित जवाब देकर कहा कि मामले से जुड़े सबूत और बरामद हथियार (चाकू) जिस थैली में रखे गए थे उसे बंदर लेकर चला गया।


पुलिस ने कोर्ट को बताया कि चाकू सहित अन्य सामान एक थैली में बांधकर लाए थे। उस समय मालखाने में उचित जगह नहीं थी। सबूतों वाली थैली को एक पेड़ के पास रख दिया। इस दौरान पेड़ पर बैठा बंदर नीचे उतरा और फिर थैली लेकर चला गया। कोर्ट में दिए गए लिखित जवाब में पुलिस ने यह भी कहा कि इस संबंध में 2016 में ही रोजनामचे में रपट भी डाल रखी है।

पुलिस के इस जवाब पर लोक अभियोजक ने आपत्ति जताई और कहा कि चाकू व अन्य जब्त सबूत को बंदर द्वारा ले जाना अजीब है। वहीं, कोर्ट ने भी पुलिस के इस तर्क नाराजगी जताई। अब इस मामले में एसपी जयपुर ग्रामीण को भी पत्र लिखकर मामले में स्थिति साफ करने को कहा गया है। इसके अलावा डीजीपी सहित अन्य अधिकारियों को पत्र भेजकर स्पष्टीकरण मांगा गया है। मामले की अगली सुनवाई बुधवार को है।

बता दें कि सितंबर, 2016 में जयपुर के चंदवाजी थाना इलाके में शशिकांत शर्मा नाम के एक व्यक्ति का शव स्वास्थ्य केंद्र के पास पड़ा मिला था। घटना से तीन दिन पहले शशिकांत लापाता हो गए थे और उसके परिजन तलाश कर रहे थे। हालांकि, जब शशिकांत का शव मिला तो परिजनों ने जयपुर-दिल्ली हाईवे जाम कर दिया था और मामले में जांच की मांग की थी।