राम जन्मभूमि परिसर में राम मंदिर का गर्भगृह सुंदर और सुरक्षित होगा। 6 फुट मोटी मंदिर के दीवार 20-20 फुट का गर्भगृह के निर्माण किया जाएगा। और 1 जून दिन बुधवार से नक्काशीदार पत्थरों को जोड़ने का कार्य प्रारंभ किया जाएगा। जिसके कार्य की तैयारी की जा रही है। जिसकी अहम जानकारी राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पतराय ने दी है।



2 वर्ष में बनकर तैयार हुआ मन्दिर की नींव व फर्श

राम जन्मभूमि परिसर में चल रहे मंदिर निर्माण कार्य को लेकर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि मंदिर नक्काशी दार पत्थरों से बनेगा यह हल्के गुलाबी रंग का बलुआ पत्थर है। और 1 जून दिन बुधवार 2022 सुबह 9:00 बजे से 11:00 बजे तक नक्काशी दार पत्थरों को गर्भगृह के चारों ओर स्थापित करने का कार्य प्रारंभ करेंगे। अभी तक 2 वर्ष में मंदिर की नींव बनी है और मंदिर का फर्श ऊंचा किया गया है। और अभी यह कार्य अभी चल रहा है जिसे सितंबर तक पूरा कर लेंगे। अभी गर्भगृह की प्लिंथ (फर्श) जितनी आवश्यक थी उतनी तैयार हो गई है. इसलिए गर्भगृह के पश्चिमी कोने से नक्काशीदार पत्थरों के लगाने का कार्य प्रारंभ करेंगे। उसकी तैयारी ठीक से चल रही है।
20-20 फुट का होगा मंदिर का गर्भगृह

ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने कहा कि पत्थर पर लोगों ने नक्काशी की है वह सभी वेंडर और उनके कारीगर अयोध्या आ गए हैं।और 2 दिन से सभी वेंडर तैयारी में लगे हुए हैं। वही कहा कि राम जन्मभूमि परिसर में मंदिर निर्माण के लिए बनने वाला गर्भगृह की दीवार मोटी होगी तो 1 गर्भ गृह के अंदर का क्षेत्रफल 20-20 फुट का होगा। नहीं बताया कि कभी भी मंदिर के गर्भ गृह की रचना पूर्ण नहीं होती इस इसलिए निर्धारित सीमा से इतर बनता है।
सीएम योगी व अयोध्या के साधु संत मंदिर निर्माण के बनेंगे गवाह

1 जून से प्रारंभ हो रहे इस मंदिर निर्माण के कार्य के लिए 28 व 29 मई को दो दिवसीय सर्वदेव अनुष्ठान क्या गया है इसके बाद रामचरितमानस का पाठ दुर्गा सप्तशती का पाठ भी किया जाएगा और 1 जून को गर्भगृह स्थल पर पत्थरों को लगाए जाने का कार्य भी प्रारंभ कर दिया जाएगा इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद होंगे तो वही बताया कि इस शुभ मुहूर्त के दौरान अयोध्या के लगभग प्रमुख 90 संतो को शामिल किए जाने के लिए आमंत्रित किया गया है।