पंजाब के संगरूर जिले में 150 फीट से भी अधिक गहरे बोरवेल में लगभग 51 घंटे से फंसे दो साल के बच्चे को बाहर निकालने का अभियान शनिवार को भी जारी रहा. अधिकारियों ने कहा कि अगले सप्ताह तीन साल का होने जा रहा फतहवीर सिंह गुरुवार को दोपहर करीब चार बजे अपने घर के नजदीक खेलते समय बोरवेल में गिर गया. बोरवेल कपड़े से ढका हुआ था और बच्चे ने दुर्घटनावश उसपर पैर रख दिया. उसकी मां ने उसे बाहर निकालने की कोशिश की, लेकिन वह नाकाम रहीं.
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और सैन्य विशेषज्ञों की एक टीम पुलिस, असैन्य अधिकारियों, ग्रामीणों और स्वयंसेवकों के साथ मिल कर बचाव अभियान चला रही है. बच्चा बोरवेल में करीब 110 फुट नीचे फंसा हुआ है जहां बोरवेल सात इंच चौड़ा है.
अधिकारियों ने कहा कि बच्चे को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए 36 इंच व्यास का एक समानांतर गड्ढा खोदा जा रहा है. बचावकर्मी अब तक करीब 90 फुट तक खुदाई कर चुके हैं. इससे पहले एनडीआरएफ ने रस्सी की मदद से बच्चे को बाहर निकालने की कोशिश की, लेकिन कामयाबी नहीं मिली.
सुबह पांच बजे बच्चे ने की थी हरकत
अधिकारियों ने कहा कि बच्चे को ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही है और अधिकारी कैमरे के जरिए उसकी हालत पर नजर रख रहे हैं. अधिकारियों ने कहा कि बच्चे ने शनिवार सुबह पांच बजे कुछ हरकत की थी. फतहवीर के परिवार के सदस्य और ग्रामीण उसकी रक्षा के लिये प्रार्थना कर रहे हैं.
इससे पहले, मार्च में हरियाणा के हिसार में भी 18 महीने का एक बच्चा बोरवेल में गिर गया था, जिसे दो दिन बाद बाहर निकाला गया था.
सुबह पांच बजे बच्चे ने की थी हरकत
अधिकारियों ने कहा कि बच्चे को ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही है और अधिकारी कैमरे के जरिए उसकी हालत पर नजर रख रहे हैं. अधिकारियों ने कहा कि बच्चे ने शनिवार सुबह पांच बजे कुछ हरकत की थी. फतहवीर के परिवार के सदस्य और ग्रामीण उसकी रक्षा के लिये प्रार्थना कर रहे हैं.
इससे पहले, मार्च में हरियाणा के हिसार में भी 18 महीने का एक बच्चा बोरवेल में गिर गया था, जिसे दो दिन बाद बाहर निकाला गया था.