सीएनजी के लगातार बढ़ते दाम का असर जल्द Ola, Uber और अन्य कैब सर्विस के भाड़े पर दिखाई दे सकता है। उद्योग सूत्रों ने बताया कि कैब सर्विस मुहैया कराने वाली कंपनियां CNG के तेजी से बढ़ते दाम और कैब ड्राइवर के विरोध को देखते हुए भाड़ा बढ़ाने की तैयारी कर चुकी है। कंपनियां की ओर से इसका ऐलान कभी भी हो सकता है। गौरतलब है कि सीएनजी के दाम एक महीने में 10 बार बढ़ाए गए हैं। इसके चलते दिल्ली में सीएनजी प्रति किलो 13.1 रुपये महंगी हो चुकी है। दिल्ली में सीएनजी की कीमत प्रति किलोग्राम 69.11 रुपये प्रति किलो हो गई है। वहीं, एक साल में सीएनजी में 25.71 रुपये प्रति किलो या 60 फीसदी की वृद्धि की गई है। 


सीएनजी के बढ़ते दाम के असर को जानने के लिए जब इंडिया टीवी ने कई कैब ड्राइवरों से बात की तो उन्होंने बताया कि सीएनजी महंगी होने से अब कैब चलाना मुश्किल हो गया है। कैब ड्राइवर अमित ने बताया कि कैब एग्रीगेटर कंपनी का कमीशन, कर्मिशयल गाड़ी का टैक्स खर्च का बोझ पहले से ही काफी अधिक था। अब सीएनजी महंगी होने से कैब चलाने के बाद बचत बिल्कुल नहीं हो रहा है। ऐसे में गाड़ी चलाने से कोई फायदा है। इसको देखते हुए मैंने अपनी गाड़ी खाड़ी कर दी है। कई दूसरे कैब ड्राइवर ने भी अपनी गाड़ी नहीं चला रहे हैं। 

सीएनजी की बढ़ती कीमत से परेशान ऑटो, कैब और टैक्सी ड्राइवरों ने 18 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का ऐलान किया है। ड्राइवरों का कहना है कि अगर सरकार ईंधन पर सब्सिडी नहीं देती है या किराया नहीं बढ़ाती है तो वह हड़ताल करेंगे। ऑटो, कैब और टैक्सी ड्राइवर्स की एसोसिशन केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ शुक्रवार को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेगी। इसके अलावा, एसोसिशन सीएनजी की बढ़ती कीमतों के खिलाफ 11 अप्रैल को दिल्ली सचिवालय पर भी धरना देंगे। सर्वोदय ड्राइवर वेल्फेयर एसोसिएसन के सदस्य रवि राठौर ने बताया, 'OLA और Uber की कीमतों में पिछले 7-8 सालों से बढ़ोतरी नहीं की गई है।