राजधानी दिल्ली में तमाम कोशिशों के बाद भी सड़क हादसे कम नहीं हो रहे हैं। मंगलवार की दोपहर को हुए एक भीषण सड़क हादसे में दादी-पोते की जान चली गई। दरअसल मंगलवार दोपहर को नंदनगरी इलाके में जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर गोल चक्कर पर दर्दनाक सड़क हादसा हुआ जिसमें दादी-पोते की मौत हो घई। मृतकों की पहचान लीलावती गर्ग और अमित कुमार गर्ग के रूप में हुई है।
कैसे हुआ हादसा
बता दें कि 78 वर्षीय लीलावती और 31 वर्षीय अमित कुमार अपनी कार से जा रहे थे। ठीक उसकी कार के आगे-आगे दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की बस जा रही थी। जैसे ही बस गोल चक्कर पर मुड़ी तो अचानक डीटीसी बस चालक ने ब्रेक लगा लगाया तो पीछे चल रही कार सवार अमित का भी ब्रेक लगाना पड़ा। तभ पीछे से आ रही एक क्लस्टर बस ने कार को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार के परखचे उड़ गए और गाड़ी के अंदर लीलावती तथा अमित की मौके पर ही मौत हो गई। दोनों दादी-पोते के शव गाड़ी के अंदर इस कदर फंस गए थे कि बाद में पुलिस के गैस कटर से कार को काटना पड़ा और दोनों के शव को बाहर निकाला गया। बता दें कि हादसे के बाद क्लस्टर बस चालक फरार हो गया, जबकि डीटीसी बस चालक हरिमोहन को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। नंदनगरी थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।कहां जा रहे थे कार में सवार दादी-पोता
आपको बता दें कि अमित कुमार गर्ग अपने परिवार के साथ 120, एजीसीआर एंक्लेव कड़कड़डूमा में रहते थे और पिता पवन कुमार गर्ग की गांधी नगर स्थित गारमेंट की दुकान पर साथ काम करते थे। अमित के परिवार ने कृष्णा नगर इलाके में जमीन खरीदी थी और इसकी रजिस्ट्री के लिए ही अमित मंगलवार को अपनी दादी को आई-10 कार से लेकर जिलाधिकारी कार्यालय के लिए निकले थे। लेकिन मंगलवार की दोपहर 12 बजे जब अमित ताहिरपुर की ओर से जिलाधिकारी कार्यालय के सामने गोल चक्कर पर पहुंचे। तो उनकी कार के आगे रूट संख्या-33 की हरे रंग की डीटीसी बस जा रही थी। इसी दौरान गोलचक्कर पर मुड़ते हुए डीटीसी बस ने ब्रेक लगाया तो मजबूरन इसे भी अपनी कार का ब्रेक लगाना पड़ा। इसी दौरान गगन सिनेमा की ओर से आई रूट संख्या 165 की क्लस्टर बस ने कार में जोरदार टक्कर मार दी और कार दोनों बसों के बीच में फंस गई। जिसमें अमित और उनकी दादी लीलावती की मौके पर ही मौत हो गई।