पानीपत के इसराना में दर्दनाक हादसा हुआ। पानीपत रोहतक हाईवे पर ट्रक ने कार को टक्‍कर मार दी। इससे कार में आग लग गई। कार सवार तीन लोग जिंदा जल गए। करीब 45 मिनट तक कार जलती रही। हादसा दोपहर करीब 12:15 बजे का है। तीनों शव की पहचान हो गई। 


सोनीपत की एचआर10 एसी 5675 नंबर की कार पानीपत से गोहाना की तरफ जा रही थी। इसराना अनाज मंडी के पास तेज रफ्तार ट्रक ने कार को टक्‍कर मार दी। चालक जब तक कार को संभाल पाता उसमें आग लग गई।कार में आग लगते ही इसराना अनाजमंडी और आसपास के लोग बुझाने के लिए दौड़े। लोगों ने शोर मचाया, लेकिन कार में सवार लोग बाहर नहीं निकल पाए। कार सीएनजी चलित थी। साथ ही टक्‍कर की वजह से कार के दरवाजे लाक हो गए थे। इस वजह से कार सवार लोग बाहर नहीं निकल पाए। आग ने कार को पूरी तरह से चपेट में ले लिया।


करीब 45 मिनट तक कार जलती रही। कार में सवार एक भी व्‍यक्ति बाहर नहीं निकल पाया। लोगों ने कार में लगी आग को किसी तरह से बुझाया। इसके बाद दमकल और पुलिस पहुंची। पुलिस की टीम ने कार को तोड़ा। कार के अंदर तीन लोगों के शव पड़े हुए थे। तीनों शव बुरी तरह से जल चुके थे। 

एक मृतक बड़ौत का रहने वाला, दो पानीपत के

कार में जिंदा जलने वालों में एक की शिनाख्‍त हो गई है। कार में जिंंदा जलने वालों में बड़ौत के गांव हेलवाड़ी का विक्रांत राठी, बराना गांव पानीपत का शुगम और जलालपुर का पंकज था। विक्रांत के पिता सितमलपाल राठी आर्मी से रिटायर हैं और फिलहाल नूरवाला में रहते हैं। व्रिकांत सेक्‍टर 18 में किराये पर रहता है। पुलिस ने बताया कि विक्रांत की दो पैथोलाजी लैब है। आज घर में शाम को देवी मां का जागरण भी था। उसकी पत्‍नी रेनू राठी फिजियोथैरेपिस्‍ट है और दो महीने का बेटा है। वहीं, विक्रांत की लैब में शुगम काम करता था और पंकज की अलग लैब थी।

मौके पर एसपी पूजा वशिष्‍ठ भी पहुंचीं। उनके साथ डीएसपी संदीप, इसराना के नायब तहसीलदार सौरभ शर्मा भी आए। शवों को निकालकर सिविल अस्‍पताल भेजा गया। एसएचओ दीपक रंगा ने बताया कि शवों की पहचान नहीं हो पाई। कार में रखे कागजात भी पूरी तरह से जल चुके हैं। कार के नंबर से मालिक का पता लगाया जा रहा है। कार सीएनजी की थी।