स्वास्थ्य सिर्फ बीमारियों की अनुपस्थिति का नाम नहीं है। हमें सर्वांगीण स्वास्थ्य के बारे में जानकारी होना बोहोत आवश्यक है। स्वास्थ्य का अर्थ विभिन्न लोगों के लिए अलग-अलग होता है। लेकिन अगर हम एक सार्वभौमिक दृष्टिकोण की बात करें तो अपने आपको स्वस्थ कहने का यह अर्थ होता है कि हम अपने जीवन में आनेवाली सभी सामाजिक, शारीरिक और भावनात्मक चुनौतियों का प्रबंधन करने में सफलतापूर्वक सक्षम हों। वैसे तो आज के समय मे अपने आपको स्वस्थ रखने के ढेर सारी आधुनिक तकनीक मौजूद हो चुकी हैं, लेकिन ये सारी उतनी अधिक कारगर नहीं हैं।


कहा जाता है कि इंसान की हर चाहत को पूरा करना उसी के हाथ में होता हैं, खासतौर से स्वस्थ शरीर की चाहत। जी हाँ, हर व्यक्ति चाहता है कि वह स्वस्थ जीवन का निर्वाह करें और उसकी यह चाहत पूरी होती है उसके शरीर की बेहतर इम्युनिटी पॉवर से जिसको बनाना इंसान के हाथ में ही हैं। मजबूत इम्यून सिस्टम व्यक्ति को बिमारियों से लड़ने में मदद करता है। इसलिए आज हम आपके लिए कुछ ऐसे काम लेकर आए है जिनकी मदद से आप अपने शरीर की इम्युनिटी पॉवर को बढ़ा सकते हैं और बिमारियों से बच सकते हैं।

1 - पहली बात स्वस्थ रहने के लिये पर्याप्त नींद जरूरी है लेकिन इतना भी नीद न ले आलस आने लगे और चर्बी बढ़ जाये। उम्र के साथ साथ नीद के समय भी घटने लगते है वैसे तो 8 घन्टा सोना अच्छा होता है पर उम्र के साथ ये 6 घन्टा हो जाता है , वो भी पर्याप्त है.

2- पानी हमारे स्वस्थ शरीर के लिये बहुत जरूरी है , जितना पानी पियेंगे उतने ही शरीर के विषैले पदार्थ बाहर निकलेंगे। 8 से 10 गिलास पानी जरूर पिए. 

3 पसीना आना जरूरी है , आजकल सुविधजनक जिंदगी में लोग पसीना नही बहाते है। हमारे शरीर मे करोड़ो छेद है जिनसे पसीना निकलता है , अगर हम पसीना नही निकालेंग तो शरीर के अंदर की गंदगी पसीने से बाहर हो जाता है। इसलिये ऐसा काम बराबर करना चाहिये जिसमे पसीना निकले. 

4- सुबह उठकर सबसे पहले ईश्वर को धन्यवाद दे और बोले मैं स्वस्थ हूँ , मुझे और स्वस्थ करे.

5 - सिर्फ आधा घण्टा एक्सरसाइज के लिए समय निकले.

6- कोई ऐसा काम न करे , जिससे तनाव हो.

7- खाने में कुछ भी खाए , लेकिन अति न करें। रात को 8 बजे से पहले खाना खा ले | खाना भर पेट न खाकर थोड़ा कम खाये और पौष्टिक खाये.

8- हल्के फुल्के मनोरंजन जरूर करे , इसके लिये संगीत सुनना सबसे फायदेमंद होता है.

9- अपना व्यहाहार लचीला रखे , न तो बहुत कठोर न ही बहुत नर्म हो.

10- उतना ही आराम करें जितना जरूरी हो , अधिक आराम से शरीर आलसी हो जाता है , जिसमे बीमारी पनपने लगती है.