टीबी एक ऐसी बीमारी है जिसके सबसे ज्यादा मरीज देखने को मिलते हैं। यह एक संक्रामक रोग है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में बड़ी आसानी से फैल जाता है। टीबी का नाम सुनते ही ज्यादातर लोग फेफड़ों के टीबी का अनुमान लगाते हैं, ऐसा इसलिए क्योंकि फेफड़ों का टीबी सबसे कॉमन टीबी है, ये हवा के जरिए भी एक इंसान से दूसरे इंसान में फैल जाता है। लेकिन फेफड़ों के अलावा ब्रेन, यूट्रस, मुंह, किडनी, गले और लीवर में भी टीबी हो सकता है जो बेहद घातक होता है।
टीबी क्या है? (TB meaning)
टीबी एक संक्रामक बीमारी है जिसे ट्यूबरकुलोसिस (TB full form) के नाम से जाना जाता है, ये बीमारी माइकोबैक्टेरियम और ट्यूबरकुलोसिस नाम की बैक्टीरिया के कारण होता है। एक रिसर्च के अनुसार टीबी रोग ज्यादातर पुरुषों में देखा गया है और इसकी वजह से पीड़ित व्यक्ति की जान भी जा सकती है।
क्या आप जानते हैं कि विश्वभर में 24 मार्च को टीबी या तपेदिक दिवस मनाया जाता है, क्योंकि 24 मार्च, 1882 को जर्मन फिजिशियन और माइक्रोबायोलॉजिस्ट रॉबर्ट कॉच ने टीबी के बैक्टीरियम यानी जीवाणु माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस (Mycobacterium Tuberculosis) की खोज की थी.
टीबी रोग के कारण (Tb causes)
जैसा कि हमने ऊपर बताया टीबी एक संक्रामक रोग है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है और इसके होने के भी कई कारण हैं जैसे-
1.डायबिटीज
अगर कोई व्यक्ति डायबिटीज से पीड़ित है तो टीबी रोग भी उसे बड़ी आसानी से हो सकता है, इसलिए डायबिटीज के मरीजों को अपने स्वास्थ्य का खास ख्याल रखना चाहिए और डायबिटीज को हमेशा कंट्रोल में रखना चाहिए।
2.कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता
टीबी एक संक्रामक रोग है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है और यह उस व्यक्ति को जल्दी अपनी चपेट में ले लेता है जिसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है।
3.किडनी रोग
एक रिसर्च में पाया गया है कि उन लोगों को भी टीबी रोग जल्दी हो जाता है जो किडनी रोग से पीड़ित होते हैं या कभी किडनी से संबंधित कोई बीमारी हुई हो।
4.संक्रमण
टीबी रोग एचआईवी ऐड्स जैसे संक्रमण के कारण भी फैलता है
5.कुपोषण
टीबी रोग होने का सबसे बड़ा कारण कुपोषण है। जो लोग कुपोषण के शिकार हैं उनमें यह बीमारी ज्यादा देखी गई है।
टीबी के लक्षण (Tb symptoms)
हर एक बीमारी के कोई ना कोई लक्षण होते हैं वैसे ही टीबी भी शुरुआत में कुछ ऐसे संकेत (TB ke lakshanदेता है जैसे आप इसके लक्षणों को आसानी से पहचान सकते हैं जैसे-
1.खांसी होना
कभी-कभार खांसी होना आम हो सकता है लेकिन टीबी के मरीजों में खांसी के साथ साथ मुंह से खून भी आता है। अगर आपने भी यह लक्षण देखे हैं तो जल्द से जल्द डॉक्टर से सलाह लें (Tb test)। इसके अलावा अगर किसी व्यक्ति को 3 हफ्ते से अधिक खांसी रहती है तो इसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।
2.सीने में दर्द
सीने में दर्द होना भी टीबी का एक आम लक्षण है। ज्यादातर लोग सीने में दर्द की समस्या को सीरियस नहीं लेते हैं जो बाद में टीबी के साथ-साथ कई और गंभीर बीमारी को दावत दे सकता है।
3.बुखार
शायद आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन टीबी के मरीजों में बुखार भी देखा गया है। अगर बुखार लंबे समय तक बना रहे तो टीबी जांच करवा लेना चाहिए। इसके अलावा थकान भी टीवी का लक्षण है।
टीबी रोग का इलाज (Tb treatment)
ज्यादातर लोग टीवी को एक लाइलाज बीमारी मानते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है कुछ उपायों से इसका इलाज किया जा सकता है जैसे-
1.दवाइयां
शुरुआती दिनों में डॉक्टर टीबी को ठीक करने के लिए कुछ दवाइयां देते हैं, ये दवाइयां पीड़ित व्यक्ति के शरीर में जाकर टीबी के टिशू को खत्म करती हैं जिससे यह शरीर के अन्य भागों में ना फैले।
2.एक्स-रे
अगर दवाइयों से भी टीबी रोग खत्म नहीं होता है तो डॉक्टर एक्स-रे करते हैं जिससे यह पता लगता है की टीबी ने प्रभावित जगह को कितना खराब किया है और फिर उसके हिसाब से इलाज किया जाता है।
3.आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक इलाज
ज्यादातर लोग आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक इलाज पर भरोसा करते हैं क्योंकि ये बीमारी को जड़ से खत्म करने की क्षमता रखता है। साथ ही आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक ट्रीटमेंट में पीड़ित व्यक्ति को किसी भी तरह के दर्द से नहीं गुजरना पड़ता है।
उजाला सिग्नस हेल्थकेयर ग्रुप के 13 अस्पताल हैं जो रेवाड़ी, सोनीपत, पानीपत, कुरक्षेत्र, कैथल, बहादुरगढ़, करनाल, कानपुर, वाराणसी, काशीपुर, दिल्ली के नांगलोई, दिल्ली के रामा विहार में स्थित हैं। किसी भी प्रकार की बीमारी का इलाज करवाने के लिए आप अपने नज़दीकी उजाला सिग्नस अस्पताल में अपॉइंटमेंट बुक करवा सकते हैं। इसके अलावा, फ़ोन के ज़रिये मुफ्त परामर्श लेने के लिए आप 8010396396 पर मिस्ड कॉल दे सकते हैं।