पहली बार एनडीए यानी नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) में शामिल हो रहीं महिलाओं का प्रशिक्षण पुरुषों के साथ ही होगा. इनके प्रशिक्षण और पठन-पाठन में कोई अंतर नहीं होगा. चाहे लड़का कैडेट हो या लड़की, इनके प्रशिक्षण में लिंग तटस्थ नजरिया अपनाया जाएगा. एनडीएन ने एक विज्ञप्ति में कहा है कि लड़के और लड़कियों के अधिकांश मिलिट्री ट्रेनिंग एक साथ ही कराए जाएंगे. एनडीए में महिलाओं के पहले बैच का प्रशिक्षण 2022 से शुरू होगा और यह पूरी तरह से लिंग तटस्थ रूप में होगा. इसका मतलब यह हुआ कि पहली बार एनडीए में शामिल हुईं महिला कैडेट को अपने पुरुष समकक्ष के साथ प्रशिक्षण प्राप्त करना होगा. महिलाओं के लिए अलग से प्रशिक्षण की व्यवस्था नहीं होगी.


एनडीए ने बयान में कहा है कि इन महिला सैन्य अधिकारियों को अंततः पुरुष टुकड़ी के कमान को ही संभालना होगा और इस परिस्थिति में उन्हें कहीं भी भेजा जा सकता है. इस बात को ध्यान में रखते हुए महिला-पुरुष प्रशिक्षण को लिंग तटस्थ बनाया गया है.

16 से 19 साल की लड़कियां
एनडीए ने कहा कि एकसमान प्रशिक्षण का तरीका पहले से अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी (OTA)चेन्नई, भारतीय नौसेना अकादमी (INA)एझिमाला और वायु सेना अकादमी (AFA)हैदराबाद में संचालित किए जा रहे हैं. एनडीए में पहली बार शामिल हो रही महिलाओं के पहले बैच का प्रशिक्षण जून से शुरू होगा और इसके बाद तीन साल तक कठिन प्रशिक्षण से गुजरना होगा. विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रशिक्षण और पासिंग आउट परेड के बाद ये कैडेट संबंधित सेवा अकादमियों में शामिल होंगी. एनडीए ने प्रेस रिलीज में कहा है, अपने पुरुष समकक्षों के समान ही साढ़े 16 से 19 वर्ष की आयु वर्ग की इन लड़कियों को यूपीएससी द्वारा आयोजित एनडीए की लिखित परीक्षा, सेवा चयन बोर्ड (एसएसबी) साक्षात्कार परीक्षा और मेडिकल टेस्ट को क्लीयर करना होगा. इसके बाद तीन साल के कठिन सैन्य प्रशिक्षण से गुजरना होगा.