जबलपुर में झूठी शान में प्रेम कहानी का दुखद अंत कर दिया गया। युवती के भाई ने जीजा की कुल्हाड़ी से गला काटकर हत्या कर दी। उसके सिर बोरी में भरकर बाइक से 7 किलोमीटर दूर थाने पहुंचा और सरेंडर कर दिया। इधर, कुछ देर बाद ही बहन की लाश उसके घर में पंखे से बंधे फंदे में लटकी हुई मिली। युवती ने घर पर आत्महत्या की है या हत्या कर शव लटकाया गया, यह जांच की जा रही है। घटना गुरुवार सुबह 9.30 बजे की है। 3 महीने पहले आरोपी की बहन घर से भागकर शादी की थी। इसके बाद से ही आरोपी बदला लेने के लिए घूम रहा था। हत्या के समय युवक जबलपुर से अपने गांव आया था।


तिलवारा के शंकरघाट निवासी मिंटू शिवराम शुक्ला उर्फ धीरज (35) तिलवारा थाने में बोरी लेकर पहुंचा। बोरी से खून रिस रहा था। पुलिसकर्मियों के होश उड़ गए। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया तो पता चला कि बोरी में मानव सिर है। पूछताछ में धीरज ने बताया कि उसने विजेत सुरेंद्र कश्यप (32) की रमनगरा के बर्मन मोहल्ला में हत्या कर दी है। पुलिस मौके पर पहुंची तो खेतों से गुजरी सड़क पर विजेत का धड़ मिला। उसका हाथ भी वहीं पड़ा था। विजेत कश्यप 13 दिसंबर 2020 में धीरज की बहन पूजा (19) को घर से भगाकर शादी कर ली थी। पूजा के घरवालों ने थाने में गुमशुदशी दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने 27 फरवरी को दोनों को पकड़ लिया था। पूजा ने घर जाने से इनकार कर दिया। इसके बाद से विजेत उसके साथ जबलपुर के गढ़ा में किराये के मकान में रह रहा था। गुरुवार को वह अपने गांव आया था। इसी दौरान धीरज शुक्ला ने उसकी हत्या कर दी.

हत्या के कुछ देर बाद पुलिस को सूचना मिली की गढ़ा में पूजा की लाश फंदे पर झूल रही है। पुलिस मौके पर पहुंची, तब तक परिजनों ने कमरे का दरवाजा तोड़ दिया था। पुलिस जांच कर रही है कि कहीं पूजा की भी हत्या करके शव तो नहीं लटकाया गया है।

बताया जाता है कि विजेत कश्यप और धीरज शुक्ला का परिवार अवैध शराब के कारोबार से जुड़ा हुआ है। इसलिए दोनों परिवारों का एक-दूसरे के घर आना-जाना था। इसी दौरान पूजा और विजेत में प्रेम संबंध बन गए। परिवार वालों ने शादी से इनकार किया तो दोनों घर से भाग गए।