जीवन की तमाम व्यस्तताओं के बीच अगर हम किसी को खुशी देने के बारे में सोच सकें, किसी का हाल-चाल पूछने के लिए वक्त निकाल सकें, तो इससे बेहतर कुछ और हो ही नहीं सकता। पहले आप सूज की कहानी जान लीजिए...सूरज मोबाइल चार्ज करते वक्त हादसे का शिकार हो गया था। मोबाइल बैटरी ब्लास्ट होने की वजह से सूरज बुरी तरह घायल हो गया था। उसे अपने दोनों हाथ गंवाने। सूरज के इस हाल में पहुंचने की कहानी दर्दनाक तो है ही, साथ ही उन लोगों के लिए सबक भी है, जो कि मोबाइल फोन को चार्ज करते वक्त लापरवाह बने रहते हैं। ऐसा हादसा कभी भी, किसी के भी साथ हो सकता है।
सूरज के साथ हुआ क्या था, ये भी जान लें। घटना चार महीने पहले की है। मूल रूप से नेपाल का रहने वाला सूरज चंपावत में रह रहा था। एक दिन वो मोबाइल चार्ज कर रहा था, कि तभी मोबाइल की घंटी बजने लगी। सूरज ने फोन को चार्जर से हटाए बिना कॉल रिसीव कर ली। इसी दौरान मोबाइल में तेज धमाका हो गया। हादसे में सूरज के हाथों के चीथड़े उड़ गए। शरीर का ऊपरी हिस्सा बुरी तरह झुलस गया। सूरज 4 महीने से एसटीएच के आईसीयू में भर्ती है। साथ में पत्नी और बच्चा भी है। सूरज चंपावत के पाटी में मजदूरी करता था। इस हादसे के बाद उसका सबकुछ छिन गया है। अस्पताल वाले सूरज की मदद कर रहे हैं। उसे खाना भी देते हैं।
ऐसा हादसा आपके साथ ना हो इसके लिए आपको कई तरह की सावधानियां बरतनी चाहिए। मोबाइल को ओवरचार्जिंग से बचाएं। बैटरी को कई घंटों तक चार्जिंग पर लगाकर ना छोड़ें। फोन बैटरी को कभी भी 100 परसेंट चार्ज ना करें। अब मोबाइल में फास्ट चार्जिंग की सुविधा भी है, पर इससे बैटरी में प्लेटिंग की समस्या आ सकती है।
मोबाइल में कभी भी लोकल बैटरी का इस्तेमान ना करें। बैटरी चार्ज करते वक्त लोकल चार्जर का इस्तेमाल भी ना करें। पिछले कुछ सालों में मोबाइल चार्जिंग के वक्त ब्लास्ट की जो घटनाएं हुई हैं, उनमें लोकल चार्जर के इस्तेमाल की बात सामने आई है। लोकल चार्जर में सेफ्टी सिस्टम नहीं होता, जिससे बैटरी फटने की आशंका बढ़ जाती है। चार्जिंग के वक्त मोबाइल पर बात ना करें। इन बातों का ध्यान रख कर आप हादसों का शिकार होने से बच सकते हैं।