हरियाणा के करनाल जिले के रिसालवा गांव में 2 बच्चों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत (Death) हो गई. वहीं मां की हालत नाजुक है. वह अस्पताल में जिंदगी के लिए मौत से जंग लड़ रही है. परिवार के लोगों आरोप है कि मिड डे मील (Mid Day Meal) का चावल (Rice) खाने के बाद सभी की तबियत बिगड़ी और दो बच्चों की मौत हो गई. वहीं गांव के सरपंच का कहना है कि ये भी हो सकता है घर में बनी सब्जी में कोई छिपकली गिरी हो, जिसके बाद खाना खाने से बच्चों की मौत हुई हो. फिलहाल दोनों बच्चों के शवों का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है. बहरहाल पुलिस ने खाने के सैंपल लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है.


मिली जानकारी के मुताबिक जिले के रिसलावा गांव में जहरीले भोजन से जान गंवाने वाले दोनों बच्चे सगे भाई हैं. एक भाई का नाम सागर और दूसरे नाम प्रतीक था. परिवार वालों ने बताया कि बच्चे स्कूल से मिड डे मील के चावल लाए थे, जिन्हें शाम के समय घर पर बनाई गई सब्जी के साथ खाया गया. खाना खाने के बाद रात को दोनों बच्चों और मं तबियत खराब हुई और उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया. अस्पताल में इलाज के दौरान दोनों बच्चों की मौत हो गई. वहीं मां की हालत गंभीर बनी हुई है. वह करनाल के कल्पना चावला अस्पताल में भर्ती है.

अस्पताल में इलाज के दौरान दोनों बच्चों की मौत हो गई. वहीं मां की हालत गंभीर बनी हुई है. गांव वालों ने बताया कि बच्चों के पिता सुनील की करीब 6 साल पहले मौत हो गई थी. सुनील अपने पीछे 29 साल की पत्नी पूनम व 11 साल के बेटे सागर, 9 साल के बेटे प्रतीक को छोड़ गया था. सुनीता मजदूरी करके दोनों बच्चों का पालन पोषण कर रही थी. 11 वर्षीय सागर का असंध के सरकारी अस्पताल में और 9 वर्षीय प्रतीक का सामान्य अस्पताल करनाल में पोस्टमार्टम करवाया गया.

सालवन चौकी प्रभारी संजय कुमार ने बताया कि पोस्टमार्टम (Post mortem) करवाकर शव परिजन को सौंप दिए हैं. विसरा रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा. वहीं जब इस बारे में गांव के सरपंच से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ये भी हो सकता है कि बच्चों ने जो घर पर बनाई सब्जी खाई हो, उसमें बनाते समय कोई छिपकली गिर गई हो. क्योंकि अगर मिड डे मील के चावल खाने से कोई बीमार होता तो फिर स्कूल से जुड़े बाकी लोग भी होते.हरियाणा के करनाल जिले के रिसालवा गांव में 2 बच्चों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत (Death) हो गई. वहीं मां की हालत नाजुक है. वह अस्पताल में जिंदगी के लिए मौत से जंग लड़ रही है. परिवार के लोगों आरोप है कि मिड डे मील (Mid Day Meal) का चावल (Rice) खाने के बाद सभी की तबियत बिगड़ी और दो बच्चों की मौत हो गई. वहीं गांव के सरपंच का कहना है कि ये भी हो सकता है घर में बनी सब्जी में कोई छिपकली गिरी हो, जिसके बाद खाना खाने से बच्चों की मौत हुई हो. फिलहाल दोनों बच्चों के शवों का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है. बहरहाल पुलिस ने खाने के सैंपल लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है.

मिली जानकारी के मुताबिक जिले के रिसलावा गांव में जहरीले भोजन से जान गंवाने वाले दोनों बच्चे सगे भाई हैं. एक भाई का नाम सागर और दूसरे नाम प्रतीक था. परिवार वालों ने बताया कि बच्चे स्कूल से मिड डे मील के चावल लाए थे, जिन्हें शाम के समय घर पर बनाई गई सब्जी के साथ खाया गया. खाना खाने के बाद रात को दोनों बच्चों और मं तबियत खराब हुई और उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया. अस्पताल में इलाज के दौरान दोनों बच्चों की मौत हो गई. वहीं मां की हालत गंभीर बनी हुई है. वह करनाल के कल्पना चावला अस्पताल में भर्ती है.

अस्पताल में इलाज के दौरान दोनों बच्चों की मौत हो गई. वहीं मां की हालत गंभीर बनी हुई है. गांव वालों ने बताया कि बच्चों के पिता सुनील की करीब 6 साल पहले मौत हो गई थी. सुनील अपने पीछे 29 साल की पत्नी पूनम व 11 साल के बेटे सागर, 9 साल के बेटे प्रतीक को छोड़ गया था. सुनीता मजदूरी करके दोनों बच्चों का पालन पोषण कर रही थी. 11 वर्षीय सागर का असंध के सरकारी अस्पताल में और 9 वर्षीय प्रतीक का सामान्य अस्पताल करनाल में पोस्टमार्टम करवाया गया.

सालवन चौकी प्रभारी संजय कुमार ने बताया कि पोस्टमार्टम (Post mortem) करवाकर शव परिजन को सौंप दिए हैं. विसरा रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा. वहीं जब इस बारे में गांव के सरपंच से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ये भी हो सकता है कि बच्चों ने जो घर पर बनाई सब्जी खाई हो, उसमें बनाते समय कोई छिपकली गिर गई हो. क्योंकि अगर मिड डे मील के चावल खाने से कोई बीमार होता तो फिर स्कूल से जुड़े बाकी लोग भी होते.