गर्मी का मौसम शुरू हो गया है। ऐसे में चिलचिलाती धूप के साथ गर्म हवा चलने लगती है। जिसके कारण लू लगने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है। लू से बचने के लिए कुछ घरेलू उपाय कारगर साबित हो सकते हैं। साथ ही जानिए लू लगने के कारण और लक्षण।


लू लगने का कारण

चिलचिलाती धूप में शरीर पूरा ढक कर बाहर ना निकलना, तेज धूप में नंगे पांव चलना, एसी वाली जगह से निकलकर तुरंत धूप में पहुंच जाना, कम पानी पीना, धूप से तुरंत घर आकर ठंडा पानी पीने आदि के कारण आप लू की चपेट में आ सकते हैं। 

लू लगने के लक्षण

  • बार-बार मुंह का सूखना
  • सांस लेने में तकलीफ
  • उल्टी आना
  • चक्कर आना
  • लूज मोशन
  • सिर दर्द
  • तेज बुखार
  • हाथ-पैर ढीले हो जाना
  • बेहोशी जैसा लगना
  • अधिक थकावट महसूस होना।

लू से बचने के घरेलू उपाय

  • थोड़ी सी साबुत धनिया पानी में भिगोकर कर रख दें। जब ये फूल जाएं तो इसे मैश करके छान लें और इसमें थोड़ी सी चीनी मिलाकर पिएं।
  • गर्मियों के मौसम में आम का पन्ना आपके लिए फादेमंद साबित हो सकता है। 
  • अगर आपको कोई काम है तो उसे सुबह या फिर शाम को बाहर जाने कोशिश करें। धूप में कम से कम निकले। अगर निकलना जरुरी है तो सिर ढक कर निकले।
  • कच्चा प्याज भी आपको लू से बचा सकी हैं। इसलिए अधिक मात्रा में प्याज का सेवन करें। 
  • बार-बार पानी पीते रहें। जिससे कि आपका शरीर डिहाइड्रेशन का शिकार न हो। 
  • पानी में नींबू और नमक डालकर दिन में करीब 2-3 बार पिएं। इससे लू लगने का खतरा का काफी कम हो जाता है। 
  • लू से बचने के लिए बेल का शरबत काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। यह आपके शरीर में पानी की कमी को पूरा करता है। 
  • बाहर से आकर तुंरत पानी पीने से बचें। जब शरीर का तापमान सामान्य हो जाए उसके बाद ही पानी पिएं। 
  • गर्मी में लू से बचने के लिए हमेशा ढीले और सूती के कपड़े पहने साथ ही घर से बाहर जाने पर छतरी के अलावा एक पानी की बोतल और खाने का कुछ सामान जरूर रखें।     

इमली का पानी पिएं

इमली विटामिन, खनिज और इलेक्ट्रोलाइट्स में भरपूर है। इसके लिए कुछ इमली को उबलते पानी में भिगोएं। इसके बाद इसमें एक चुटकी चीनी के साथ पिएं। यह काढ़ा आपके शरीर के तापमान को कम करता है। इमली का रस पेट की बीमारियों के इलाज में मदद करता है।

आम पन्ना
आम पन्ना ताज़ा पेय जो स्वास्थ्य टॉनिक के रूप में दोगुना हो जाता है। यह कच्चे आम और मसालों के साथ बनाया जाता है जो आपके शरीर को ठंडा करते हैं। इसे एक दिन में कम से कम दो से तीन बार पीना चाहिए। आम पन्ना जीरा, सौंफ, काली मिर्च और कला नमक जैसे मसाले से बनाया जाता है। जो आपके शरीर को एनर्जी प्रदान करते हैं। 

छाछ और नारियल पानी
छाछ प्रोबायोटिक्स का एक अच्छा स्रोत है और आपके शरीर को आवश्यक विटामिन और खनिजों की पुर्ति  करता है। जो अत्यधिक पसीने के कारण खत्म हो सकते हैं। इसी तरह, नारियल का पानी आपके शरीर में स्वाभाविक रूप से इलेक्ट्रोलाइट्स को संतुलित करके आपके शरीर  सही रखता है।

धनिया और पुदीने की पत्तियों का रस
धनिया या पुदीने की पत्तियों का रस निकाल कर इसमें एक चुटकी चीनी के साथ पीना शरीर की गर्मी को कम करने का एक आसान घरेलू उपाय है। आयुर्वेद के अनुसार, इन जड़ी बूटियों के द्वारा शरीर पर ठंडा करने में मदद मिलती है। ठंडे गुणों के कारण धनिया पानी को मोनोपॉज की गर्मी और सूजन को कम करने के लिए भी एक बेहतरीन उपचार माना जाता है। 

तुलसी के बीज और सौंफ के बीज
गुलाब जल के साथ तुलसी के बीजों को मिलाकर आप अपने शरीर के सिस्टम को तुरंत ठंडा करने के लिए जाना जाता है। सौंफ के बीज को एक ठंडा मसाला के रूप में भी जाना जाता है। इसके लिए इसे रात को थोड़ा पानी में भिगोएं और सुबह छानकर इस पी लें। यह आपके शरीर को ठंडा रखेगा और आपको गर्मी से बचाएगा।